किम जोंग उन बोले- अमेरिका मेरा सबसे बड़ा दुश्मन, वहां राष्ट्रपति बदलने से नीतियां नहीं बदलतीं

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ नॉर्थ कोरियाई लीडर किम जोंग उन। दोनों के बीच तनाव कम करने के लिए तीन बार बातचीत हुई। हालांकि, ट्रम्प नॉर्थ कोरिया का एटमी प्रोग्राम रोकने में नाकाम रहे। (फाइल)

शुक्रवार को 37वां जन्मदिन मनाने वाले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने एक बार फिर अमेरिका को अपना सबसे बड़ा दुश्मन करार दिया। अमेरिका में प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन 20 जनवरी को शपथ लेने वाले हैं। ऐसे में किम का यह बयान इस बात की तरफ साफ इशारा करता है कि दोनों देशों के रिश्तों में सुधार बहुत मुश्किल है। किम के मुताबिक, अमेरिका में राष्ट्रपति बदलने से वहां की नीतियों में बदलाव नहीं होता।

तनाव बढ़ने के संकेत
डोनाल्ड ट्रम्प के दौर में किम जोंग उन की उनसे तीन मुलाकातें हुईं। हालांकि, दोनों देशों के संबंधों में कोई सुधार नहीं हुआ। किम ने कई बार अमेरिका को हमले की धमकी दी। ट्रम्प ने कहा था- उत्तर कोरिया की कोई भी हरकत उसका वजूद खत्म कर सकती है।

अब नॉर्थ कोरिया के लीडर ने फिर अमेरिका को धमकी दी है। दक्षिण कोरिया की न्यूज एजेंसी KCNA ने किम का बयान जारी किया है। इसमें किम ने कहा- हमारे विकास में सबसे बड़ा रोढ़ा अमेरिका है। इसलिए वो हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है।

बाइडेन का नाम नहीं लिया
किम ने अपने भाषण में प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन का नाम नहीं लिया लेकिन, उन पर तंज जरूर किया। कहा- इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि अमेरिका में कौन सत्ता में है। उनकी पॉलिसी हमेशा नॉर्थ कोरिया के खिलाफ रही हैं, और ये कभी नहीं बदलेंगी। नॉर्थ कोरिया बहुत तेजी से एटमी हथियार प्रोग्राम चला रहा है। अमेरिका ने दक्षिण कोरिया से दोस्ती के आधार पर हमेशा इसका विरोध किया। नॉर्थ कोरिया को चीन की शह है। यही वजह है कि वो अमेरिका को भी धमकाता रहा है।

परमाणु पनडुब्बियों पर फोकस
किम ने कुछ महीने पहले कहा था कि नॉर्थ कोरिया जल्द ही अपनी न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन स्क्वॉड तैयार कर लेगा। शुक्रवार को उन्होंने कहा- इससे शक्ति संतुलन बनाने में हम कामयाब हो जाएंगे। रिसर्च का दौर पूरा हो चुका है। अब प्रोजेक्ट फाइनल स्टेज पर है। हम अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम जारी रखेंगें।