मायके की टिकट फाड़ी:महिला ने खुद के सीने में गोली दागी, सुसाइड नोट में लिखा पति से परेशान हूं
 

घटनास्थल की जांच करती पुलिस

जबलपुर के विजय नगर क्षेत्र की घटना, पति लगाता है फल का ठेला
11वीं में पढ़ने वाला इकलौता बेटा गया था परीक्षा देने

घरेलू विवाद में 36 वर्षीय महिला ने पति की लाइसेंसी बंदूक से खुद के सीने में गोली दाग ली। वारदात बुधवार सुबह 11.19 बजे की है। महिला का पति ठेला लगाता है और वह दुकान पर था। 11वीं में पढ़ने वाला इकलौता बेटा परीक्षा देने गया था। महिला ने आत्महत्या से पहले पति को कॉल किया था। पति घर पहुंचा, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। कमरे से पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त किया है। सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि वह पति की पागलपंती से परेशान थी। ASP गोपाल खंडेल, CSP ट्रेनी IPS रोहित काशवानी, TI ट्रेनी IPS प्रियंका शुक्ला और FSL की टीम मौके पर पहुंची थी।


पति ने फाड़ दी थी ट्रेन की टिकट

जानकारी के अनुसार विजय नगर 90 क्वार्टर में एफ-10 में नागेश्वर तिवारी, पत्नी संध्या तिवारी (36) और इकलौते बेटे शुभम (16) के साथ रहते थे। नागेश्वर पहले ATM में सुरक्षा गार्ड था। इसके लिए उसने 12 बोर की लाइसेंसी बंदूक ली थी। तीन साल से वह गार्ड की नौकरी छोड़ एकता चौक पर फल का ठेला लगा रहा है। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच में सामने आया कि संध्या का मायका सतना में है। उसने मायके जाने के लिए टिकट रिजर्व कराई थी, लेकिन पति मना कर रहा था। उसने टिकट भी फाड़ दी थी। इसे लेकर पति-पत्नी में तीन दिन से झगड़ा चल रहा था।

वारदात के बाद रोते-बिलखते परिजन

पति को कॉल कर मार ली खुद को गोली

सुबह नागेश्वर ठेला लेकर एकता चौक चला गया। बेटा शुभम परीक्षा देने चला गया। उसका मैथ का पेपर था। संध्या तिवारी घर में अकेली थी। जेठ के बगल वाले घर उसकी सास रानी तिवारी मौजूद थी। लेकिन कम सुनाई देने की वजह से वह फायर की आवाज नहीं सुन पाईं। सुबह 11.19 संध्या ने पति को कॉल किया। बोली कि वह मरने जा रही है, इसके बाद पेटी में रखी पति की लाइसेंसी बंदूक निकाली और गोली लोड कर पैर के अंगूठे से खुद के सीने में गोली मार ली। नागेश्वर ठेला छोड़कर घर पहुंचा, लेकिन देर हो चुकी थी। बाहर का दरवाजा बंद था। भाई के घर से छत के रास्ते अपने घर में गया। अंदर कमरे में संध्या खून से लथपथ हालत में मृत पड़ी थी। बगल में ही लाइसेंसी बंदूक पड़ी थी।


पति की पागलपंती से थी परेशान

आत्महत्या की खबर पाकर मौके पर पहुंची विजय नगर पुलिस ने एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव का पंचनामा किया। फिंगर प्रिंट टीम ने बंदूक के निशान लिए। कमरे में बेटे की रफ वाली कापी में लिखा गया सुसाइड नोट जब्त किया। संध्या ने सुसाइड नोट में लिखा है कि "मैं अपने पति के साथ नहीं रह सकती। मैं उसकी पागलपंती से परेशान हो गई हूं। इसलिए अपनी जान दे रही हूं। मेरे घर के लोगों को किसी को कुछ नहीं होना चाहिए। मेरे पति को भी जेल नहीं होना चाहिए, वो घर में ही रहे।'


बेटे के नहीं थम रहे थे आंसू

बेटा घर से सुबह ही स्कूल चला गया था। 11 बजे उसका पेपर समाप्त हुआ। वह थोड़ा रुक कर घर पहुंचा। देखा तो बाहर भीड़ लगी थी। बेटे को देखते ही पिता नागेश्वर ने रोते हुए सीने से लगा लिया। बोला बेटा मम्मी हम सबको छोड़कर चली गई। बेटा कमरे में पहुंचा। अंदर मां की लाश देख रोने लगा। पिता नागेश्वर अलग खुद को कोसे जा रहे थे। दोनों बड़े भाई और उनका परिवार भी गहरे सदमे में है। बहू की आत्महत्या से 70 साल की उम्र में पहुंच चुकी रानीबाई तिवारी भी खुद को कोसे जा रही थी कि ये दिन दिखाने से तो अच्छा था कि भगवान उसे ही उठा लेता।


जांच के आधार पर होगी कार्रवाई

36 वर्षीय संध्या तिवारी ने पति के लाइसेंसी बंदूक से छाती में गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। सुसाइड नोट मिला है। बेटे और पति, मायके सहित अन्य के कथन, एफएसएल और पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।