श्रीनगर : श्रीनगर में बाढ़ का पानी जैसे-जैसे कम हो रहा है महामारी पैदा होने का खतरा बढ़ता जा रहा है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि हालात का जायजा लेने के लिए राज्य के दौरे पर आए हर्षवर्धन ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक की और उनसे कुछ भी मांगने को कहा क्योंकि प्रधानमंत्री ने पूरा समर्थन देने का वादा किया है।

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को जम्मू में कहा कि राज्य को दवाओं और अन्य जरूरी सामग्री की अतिरिक्त खेप भेजी जाएगी। हर्षवर्धन आज कश्मीर घाटी जाएंगे जहां बहुत बड़े पैमाने पर बर्बादी हुई है।

सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के मेडिकल कमांडेंट डॉ. पी एम काबुई ने चेतावनी दी, हम महामारी पैदा होने के टाइम बम पर बैठे हुए हैं। घड़ी की सुइयां तेजी से घूम रही हैं और यदि तुरंत कदम नहीं उठाए गए तो बड़े पैमाने पर एक और आपदा समूची कश्मीर घाटी को अपनी चपेट में ले सकती है। काबुई ने कहा कि शहर में पानी कम होने के बाद महामारी पैदा होने का खतरा बहुत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि बाढ़ की वजह से समूचा श्रीनगर नगर निगम ठप पड़ा है और ज्यादातर इलाकों में कचरे का ढेर है।

काबुई ने कहा, लोगों के पास पीने को स्वच्छ पेयजल नहीं है और वे दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इससे हेपेटाइटिस, डायरिया जैसी जलजनित बीमारियां हो सकती हैं। श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में डॉक्टर तौसीफ अहमद ने बताया कि आने वाले दिनों में कश्मीरियों को मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारी हो सकती है। तौसीफ बरजुल्ला बागट के एक अस्थायी क्लिनिक में मरीजों का इलाज कर रहे हैं।