आगरा | ताजमहल परिसर में सोमवार को हिन्दू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों ने भगवा ध्वज फहराकर जय श्रीराम के नारे लगाए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से हड़कंप मच गया। नियमों की धज्जियां उड़ाने पर वाहिनी के चार पदाधिकारियों को सीआईएसएफ के जवानों ने दबोच लिया। थाना ताजगंज पुलिस के सुपुर्द कर दिया। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, उन्माद भड़काने के आरोप में चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 

ताजमहल में कभी आरती तो कभी गंगाजल छिड़कने की घटनाएं हो चुकी हैं। अब सोमवार को हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष गौरव ठाकुर ने अपने साथियों के साथ ताजमहल में भगवा ध्वज फहरा दिया। ये लोग अपनी जेबों में ध्वज रखकर ले गए थे।

इसके बाद रेड सैंड स्टोन प्लेटफार्म से नीचे रखी लाल पत्थर की सीट पर आराम से बैठ गए। इनमें कुछ लोग मास्क लगाए थे तो कुछ बिना मास्क के थे। अपनी जेबों से भगवा ध्वज निकालकर फहराने लगे। हर-हर महादेव और जय श्रीराम के नारे लगाए। कुछ ही देर बाद ताजमहल में भगवा ध्वज फहराने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। 

जैसे ही चारों पदाधिकारी वहां से हटे तो सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हें पकड़ लिया। उनकी आईडी चेक की गई। उसके बाद उन्हें थाना ताजगंज पुलिस को सुपुर्द कर दिया। मामले में सीआईएसएफ की तहरीर पर थाना ताजगंज में हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष गौरव ठाकुर, सोनू बघेल, विशेष कुमार, रिषी लवानियां के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 

पहले भी सुरक्षा व्यवस्था को चकमा दे चुका है गौरव ठाकुर
ताजमहल में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को पहले भी चकमा देकर भगवा फहराया गया है। आज पकड़े गए गौरव ठाकुर ने पिछले साल दशहरा पर ताजमहल में भगवा ध्वज लहराने के साथ शिव चालीसा का पाठ किया गया था। इसके वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने पर खलबली मची थी। झंडा लहराते समय सीआईएसएफ जवानों ने उसे पकड़ा भी था, लेकिन बाद में पूछताछ कर छोड़ दिया था। 

ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा सीआईएसएफ संभालती है। कोरोना काल में पर्यटकों की स्पर्श मुक्त सुरक्षा जांच की जा रही है। इसके चलते हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता ताजमहल में शिव चालीसा और भगवा ध्वज लेकर प्रवेश कर गए। उन्होंने स्मारक में शिव चालीसा का पाठ किया और उसके बाद उद्यान में पाथवे पर लगी बेंच के पास खड़े होकर भगवा ध्वज लहराया। भगवा ध्वज लहराते युवकों को सीआईएसएफ जवानों ने पकड़ने के बाद पूछताछ कर छोड़ दिया था। उस समय भी झंडा फहराने वाले की पहचान गौरव ठाकुर के रूप में हुई थी।

गौरव ठाकुर ने बाद में बताया कि यह शिव मंदिर तेजोमहालय है। इसलिए उन्होंने वहां शिव चालीसा का पाठ कर भगवा ध्वज लहराया। कहा था कि कई नेता वर्षों से इसे शिव मंदिर कह रहे हैं। बड़ा कष्ट होता है कि इसकी निष्पक्ष जांच नहीं कराई गई है। इसकी जांच कराना जरूरी है। इससे पहले भी ताजमहल में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भगवा ध्वज लहराया है।