आगरा । नई दिल्ली-आगरा सेमी हाई स्पीड पर फैसले के बाद अब रेलवे बोर्ड एक और ट्रेन के ट्रायल की तैयारी में जुट गया है। यह ट्रेन नई दिल्ली से कानपुर तक चलेगी। रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) इस दूसरी सेमी हाई स्पीड ट्रेन के ट्रायल की तैयारी में जुटा हुआ है। यह ट्रायल इसी माह होने की संभावना है। यह जानकारी उत्तर-मध्य रेलवे, इलाहाबाद मंडल के जनसंपर्क अधिकारी नवीन बाबू ने दी है।

मोदी सरकार के पहले रेल बजट में देश में नौ सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने की घोषणा हुई थी। देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन नई दिल्ली से आगरा के बीच नवंबर में शुरू होना प्रस्तावित है, जबकि नई दिल्ली-चंडीगढ़ व नई दिल्ली-कानपुर के बीच चलने वाली ट्रेनों पर भी रेलवे बोर्ड खास ध्यान दे रहा है। नई दिल्ली-कानपुर रूट व्यस्तम रूट में शामिल है, जिसे देखते हुए ट्रायल को इस तरीके से किए जाने का प्रयास किया जा रहा है कि अन्य ट्रेनें लेट न हों। दूसरी सेमी हाई स्पीड का पहला ट्रायल स्पीड का होगा, इसके बाद समय के दो से तीन ट्रायल होंगे। यह ट्रायल नई दिल्ली-आगरा की तरह ही होंगे। सेमी हाई स्पीड ट्रेन को अधिकतम 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया जा सकेगा और ट्रेन में लिंके हॉफमैन बुश कोच लगे होंगे। इनकी संख्या कितनी होगी, यह तय नहीं हुआ है। ट्रायल में गाजियाबाद में बने 5500 हॉर्स पावर की क्षमता वाले डब्ल्यूएपी 4 इंजन का ही इस्तेमाल किया जाएगा। इंजन में कैमरे भी लगे होंगे। नई दिल्ली-कानपुर के बीच चलने वाली इस ट्रेन के टूंडला और फीरोजाबाद में ठहराव होगा।

शताब्दी और राजधानी ट्रेनों की भी बढ़ाई जाएगी स्पीड

भारतीय रेलवे ने पिछले 30 साल में तमाम बदलाव देखे। मुनाफा बढ़ाने के लिए रेलवे ने गुड्स ट्रेनों की स्पीड पर फोकस किया, लेकिन कभी एक्सप्रेस ट्रेनों पर गौर नहीं किया। अब रेलवे गलती सुधार रहा है। देश के नौ रूटों पर नई सेमी हाई स्पीड ट्रेन के साथ ही शताब्दी, राजधानी, दूरंतो सहित अन्य ट्रेनों की गति को भी बढ़ाया जा रहा है। इसकी शुरुआत आगरा-नई दिल्ली रूट से होगी। वहीं रेलवे निजी निवेश का स्वागत करेगा। गांधी जयंती से स्टेशनों पर विशेष सफाई अभियान की शुरुआत होगी। यह जानकारी रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार ने दी है।