नई दिल्ली। मैनचेस्टर टेस्ट में टीम इंडिया को मिली शर्मनाक हार के ठीक बाद कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी के बयान का क्या मतलब निकाला जाए। यही नहीं साल 2012 में भी उन्होंने कहा था कि 2015 विश्व कप में खेलने के लिए उन्हें क्रिकेट के किसी एक फॉरमेट से संन्यास लेना होगा। तो क्या ये सारी बातें इस तरफ तो इशारा नहीं कर रही कि अब महेन्द्र सिंह धौनी का टेस्ट करियर अपने आखिरी पड़ाव पर है। क्या वो अब टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने वाले हैं। आइए अब कुछ ऐसी बातों पर गौर करते हैं जिससे लगता है कि धौनी शायद टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने की सोच रहे हैं।
- क्या 2012 का वो बयान याद है?
साल 2012 में टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी ने साफ तौर पर कहा था कि 2015 वर्ल्ड कप में खेलने से पहले वो क्रिकेट के किसी एक फॉरमेट को अलविदा कह सकते हैं। धौनी ने ये भी कहा था कि अगले साल यानी साल 2013 में वो देखेंगे की उनकी शारीरिक स्थिति कैसी है और उसके बाद वो कुछ फैसला लेंगे। धौनी ने जिस वक्त ये बयान दिया था वो भारत के लिए 66 टेस्ट मैच खेल चुके थे। इस बयान के बाद ये कयास भी लगने लगा कि धौनी शायद टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लेंगे। मगर ऐसा कुछ हुआ नहीं और वो भारत के लिए लगातार खेलते रहे।
- धौनी के विवादित बयान के पीछे एक राज है:
मैनचेस्टर टेस्ट में मिली हार के बाद कप्तान धौनी ने कहा कि अच्छा हुआ वो ये टेस्ट मैच 3 दिन में ही हार गए, अब उन्हें 2 दिन आराम के लिए मिलेगा। इस बयान का क्या मतलब निकाला जाए। तो क्या धौनी अब इस स्थिति में नहीं हैं कि वो टेस्ट मैच में लगातार विकेट किपिंग कर पाएं। वैसे भी अब धौनी की फिटनेस धीरे-धीरे उम्र बीतने के साथ जबाव देने लगी है। उनकी मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या आती जा रही है। यही नहीं अगले साल फरवरी में वर्ल्ड कप खेला जाना है और उससे ठीक पहले टीम इंडिया को कई टेस्ट सीरीज खेलनी है। अब धौनी अगर 2015 वर्ल्ड कप में खेलना चाहते हैं तो उन्हें अपनी फिटनेस बरकरार रखनी होगी। उनके बयान से साफ है कि वो टेस्ट मैच खेलना अब पसंद नहीं कर रहे क्योंकि उनका शरीर अब उनका साथ नहीं दे रहा। ऐसे में ये साफ हो जाता है कि वर्ल्ड कप के मद्देनजर वो टेस्ट मैच को अलविदा कह सकते हैं। वैसे एक बात साफ है कि फिलहाल टीम इंडिया में कोई ऐसा नहीं है जो धौनी की जगह टेस्ट टीम की कमान संभाल सके, ऐसे में धौनी पर दबाव है। फिलहाल धौनी 87 टेस्ट मैच खेल चुके हैं यानी 2012 वाले अपने बयान के बाद वो 21 टेस्ट मैच और खेल चुके हैं। ऐसे में अब ये देखना दिलचस्प होगा कि धौनी अपनी फिटनेस को बरकरार रखने के लिए टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहते हैं या उनका इरादा कुछ और है।