मुख्यमंत्री शामिल हुए गढिय़ा महोत्सव में
रायपुर। 
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज जिला मुख्यालय कांकेर में आयोजित गढिय़ा महोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने मुख्य अतिथि की आसंदी से लोगों को सम्बोधित करते हुए शारदीय नवरात्रि की बधाई दी और इस पावन अवसर पर कांकेर जिले के नागरिकों से अगले एक वर्ष में जिले को खुले में शौचमुक्त बनाने का संकल्प लेने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे देश को दो अक्टूबर 2019 तक खुले में शौचमुक्त बनाने का आव्हान किया है। हम सबने यह संकल्प लिया है कि उनके इस मिशन को सफल बनाने के लिए कांकेर सहित सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ को एक वर्ष पहले ही अर्थात् अगले साल 02 अक्टूबर 2018 तक खुले में शौचमुक्त राज्य  का गौरव दिलाएंगे।
 मुख्यमंत्री ने कांकेर में इंडोर स्टेडियम और आवासीय महाविद्यालय के निर्माण की घोषणा की। इंडोर स्टेडियम का निर्माण लगभग तीन करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे लगातार आठ वर्षों से गढिय़ा महोत्सव में शामिल हो रहे हैं। यहां दो नदियों के तट पर शीतला माता, हिंगलाज और कंकालिन माता से वे प्रदेश के विकास, सुख-शांति, समृद्धि और छत्तीसगढ़ के भाईचारे को और अधिक मजबूत बनाने के लिए आशीर्वाद की कामना करते हैं। डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं के तहत कांकेर जिले के छह हजार 893 लोगों को अनुदान सामग्री वितरण कार्य का शुभारंभ किया। उन्होंने इनमें से प्रतीक स्वरूप कई हितग्राहियों को सामग्री भेंट की।

इनमें से छह हजार 334 लोगों को मिशन स्वच्छ शहर के अंतर्गत कचरा संग्रहण के लिए एक-एक डस्टबिन दिए गए।मुख्यमंत्री ने कहा कि कांकेर जिला तेजी से विकास कर रहा है। इस जिले में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में सफलता पायी है। कांकेर की पहचान सीताफल उत्पादक जिले के रूप में है। यहां शिक्षा की गुणवत्ता के स्तर में भी काफी सुधार हुआ है। कक्षा-10वीं और कक्षा-12वीं की मेरिट लिस्ट में इस जिले के विद्यार्थियों का स्थान रहता है और इस जिले में सर्वाधिक विद्यार्थी प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण होते हैं। मछली उत्पादन  में भी इस जिले में काफी प्रगति हुई है। यहां लगभग 50 करोड़ रूपए का मछली व्यवसाय होता है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए किसानों को धान और मक्के की खेती के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन और कुकुट पालन जैसे खेती-किसानी से जुड़े हुए छोटे-छोटे व्यवसायों को अपनाना होगा। मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय कांकेर के नागरिकों और वार्ड पार्षदों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने वार्डों को साफ-सुथरा बनाने का संकल्प लें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांकेर में बनने वाले आवासीय महाविद्यालय के बनने से जिले के दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले बच्चों को आवासीय सुविधा मिल सकेगी। प्रदेश में ऐसे पांच आवासीय महाविद्यालयों की स्वीकृति प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री नेे कहा कि कांकेर जिले में प्रधानमंत्री उज्ज्वल योजना के अंतर्गत अब तक 48 हजार बहनों को मात्र 200 रूपए के पंजीयन शुल्क पर रसोई गैस सिलेण्डर और चूल्हे उपलब्ध कराए गए हैं।
अगले डेढ़ वर्ष में इससे डेढ़ गुना ज्यादा बहनों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस योजना में प्रदेश में लगभग 36 लाख परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य है। सौर सुजला योजना में कांकेर जिले में एक हजार किसानों को सोलर सिंचाई पम्प दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का यह प्रयास है कि जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से गरीब व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन आए। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री खाद्यान्न सुरक्षा योजना और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के स्मार्ट कार्ड के माध्यम से एक वर्ष में 50 हजार रूपए तक का नि:शुल्क इलाज चुने हुए शासकीय और निजी अस्पतालों में कराया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि किसानों के सुख-दुख में राज्य सरकार उनके साथ है। सूखे से प्रभावित किसानों को राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत सूखा राहत के राशि के साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा की राशि और वर्ष 2016 में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान के बोनस की राशि मिलेगी। उन्होंने बताया कि दीपावली के पहले प्रदेश में धान बोनस की 2100 करोड़ रूपए की राशि किसानों के खातों में जमा करा दी जाएगी। इस अवसर पर  कांकेर के लोकसभा सांसद विक्रम उसेंडी, अंतागढ़ के विधायक भोजराज नाग सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी और हजारों की संख्या में क्षेत्र के नागरिक उपस्थित थे।