नई दिल्ली : पाकिस्तान ने भारत के साथ संबंधों को सामान्य करने के लिए शनिवार को कड़ी वकालत की और कहा कि कूटनीति में ‘दरवाजे को थोड़ा खुला’ रखना चाहिए ताकि जो कुछ भी मुमकिन है उसे हासिल किया जा सके।
यह टिप्पणी यहां पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने की। कुछ दिन पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के साथ वार्ता की संभावना पर कहा था कि कूटनीति में ‘पूर्ण विराम’ नहीं होता।
भारत और पाकिस्तान के व्यावसायियों को संबोधित करते हुए बासित ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के साथ आज की वार्ता का भी जिक्र किया और कहा कि दोनों इस बात पर सहमत थे कि दोनों देशों का भाग्य जुड़ा हुआ है और आगे बढ़ने की जरूरत है।
पाकिस्तान व्यापार मेला के इतर बासित ने कहा, ‘हम दोनों सहमत थे कि इस पैटर्न से बाहर निकलने का समय आ गया है और नयी पहल करने का समय है जो दोनों देशों को आगे बढ़ने में मदद करे।’ बासित ने कहा, ‘दुर्भाग्य से पिछले महीने इसमें गतिरोध आ गया। मैं इसे राजनीतिक गतिरोध कहता हूं। लेकिन इसे हमें किसी भी तरह से अपने प्रयासों से दूर नहीं होना चाहिए और मुझे विश्वास है कि चीजें सही रास्ते पर लौट आएंगी।’
पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक ने कहा कि दोनों देशों के बीच जटिल समस्याएं हैं लेकिन इससे हटकर भारत और पाकिस्तान को आगे बढ़ना चाहिए।
कुछ हासिल करने के लिए ‘दरवाजा थोड़ा सा खुला रखें’ : पाकिस्तान
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