पन्ना टाइगर रिजर्व में एक हाथी विंध्या की केन नदी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई. विंध्या नाम के इस नर हाथी की उम्र 14 से 15 वर्ष बताई जा रही है. हाथी का शव पीपराटोला के समीप केन नदी में मिला. युवा अवस्था की ओर बढ़ रहे हाथी की मौत को पन्ना टाइगर रिजर्व के लिए बड़ी क्षति के तौर पर देखा जा रहा है. विंध्या अन्य हाथियों के साथ पन्ना टाइगर रिजर्व के मडला रेंज में स्थित हाथी कैंप में रहता था. पन्ना टाइगर रिजर्व में हाथियों का उपयोग बाघ तथा अन्य वन्यजीवों की सतत निगरानी के लिए किया जाता है.

पन्ना टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर का कहना है कि विंध्या हाथी की केन नदी में डूबने से मौत हो गई है और उसका पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया गया है. मृत हाथी विंध्या का विसरा जबलपुर वैज्ञानिक परीक्षण के लिए भेजा गया है. जांच के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा. अगर विंध्या हाथी की मौत में किसी के द्वारा लापरवाही की गई है, तो उसकी जांच की जाएगी.

वहीं इस मामले में पर्यावरणविदों का कहना है कि हाथी एक अच्छा तैराक होता है. पन्ना में सूखे की स्थिति है, तो हाथी पानी में डूबकर कैसे मर सकता है. इस घटना से बड़ा सवाल यह उठता है कि उक्त हाथी केन नदी में पानी के अंदर कैसे पहुंचा और टाइगर रिजर्व प्रबंधन को संकटग्रस्त हाथी के रेस्क्यू के संबंध में समय रहते जानकारी क्यों नहीं मिली. घटना से स्पष्ट होता है कि हाथियों की सुरक्षा में तैनात वनकर्मियों द्वारा कहीं न कहीं घोर लापरवाही बरती जा रही है.