मध्य प्रदेश राज्य साइबर पुलिस ने वन विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर पर्यटकों से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह ने सफारी एमपी ऑनलाइन नाम से वन विभाग की फारेस्ट एमपी ऑनलाइन की हूबहू वेबसाइट बनाई थी.

एमपी ऑनलाइन लिमिटेड की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. जांच में सामने आया कि गिरोह पर्यटकों को प्रदेश के टागर रिजर्व के अंदर भ्रमण के लिए आवश्यक परमिट प्रदान करने का झूठा आश्वासन देकर पैसे ऐंठते थे.

पुलिस ने तकनीकी सबूत जुटाने के बाद वेबसाइट के संचालक शैलेश सावंरिया को गिरफ्तार किया. पुलिस ने शैलेष के जरिए आरोपी आशुतोष देवांगन को भी पकड़ा. आशुतोष बिलासपुर सिम्पेक्ट टेक्नालॉजी के नाम से अपनी रजिस्टर्ड कंपनी चला रहा था, जबकि शैलेष वेबसाइट डेवलपर से फर्जी साइट बनाकर पर्यटकों से पैसे ऐंठने का काम करता था.

-पर्यटकों से वेबसाइट पर गोपनीय जानकारी लेकर फार्म भरवाया जाता था.

-व्यक्तिगत जानकारी लेने के बाद ग्राहक को एसएमएस के जरिए किसी सुनील यादव का मोबाइल नंबर दिया जाता था.
-पर्यटक जब उस नंबर पर संपर्क करते थे,तो शैलेष सांवरिया ही सुनील यादव बनकर फोन रिसीव करता था.
-साथ ही सुनील यादव के नाम पर अपना अकाउंट नंबर देकर उसमें रुपए जमा करवाता था.