कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश की गोलियों के भून कर मंगलवार को हत्या कर दी गई। हत्या के बाद जांच में कई चौंका देने वाले राज खुल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस गौरी लंकेश के घर से चार कारतूस मिले हैं, जिनकी जांच से कई राज खुले।
1. सबसे पहले पता चला कि मिली कारतूस और गौरी लंकेश के शरीर से निकाली गईं गोलियां 7.65 एमएम पिस्टल की हैं।
2. जांच में जुटे अधिकारियों ने पाया कि इस पिस्टल का इस्तेमाल पहले भी पत्रकारों को मारने के लिए किया जा चुका है।
3. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक इसी पिस्टल से कन्नड़ के बड़े पत्रकार एमएम कलबुर्गी को 2015 में मौत के घाट उतारा गया था। इतना ही नहीं महाराष्ट्र के एक्टीविस्ट गोविंद पानसारे और पुणे के नरेंद्र दाभोलकर को भी इसी पिस्टल से मारा गया था।
4. पुलिस ने उस सीसीटीवी को फुटेज को खंगाला जो लंकेश के घर में लगे कैमरों में कैद हुई थी। दो कैमरे जो घर के फ्रंट पर लगे हुए हैं उनमें लंकेश के चीखने की आवाज कैद हुई। जबकि, एक कैमरे में एक शख्स देखा गया जिसने काली जैकेट डाली हुई थी और सिर पर हेलमेट पहना हुआ था।
5. बताया जा रहा है कि लंकेश को गोलियां 10 फीट की दूरी से मारी गई और पहली गोली पीठ पर चलाई गई। सबसे पहली गोली लंकेश के पीठ पर मारी गई और बाकी उस वक्त चलाई गई , जब वो घर का मेन गेट बंद करने की कोशिश कर रही थीं। सभी सोशल एक्टीविस्ट के लिए एक ही पिस्टल के इस्तेमाल किए जाने की पुष्टि फोरेंसिक जांच में हुई है।
बता दें कि अपने वामपंथी नजरिए के लिए जानी जाने वाली कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश की मंगलवार रात बेंगलुरू में उनके आवास पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 55 वर्षीय गौरी कार से अपने घर लौटी थीं। जब वह गेट खोल रही थीं तभी मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं।
2. जांच में जुटे अधिकारियों ने पाया कि इस पिस्टल का इस्तेमाल पहले भी पत्रकारों को मारने के लिए किया जा चुका है।
3. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक इसी पिस्टल से कन्नड़ के बड़े पत्रकार एमएम कलबुर्गी को 2015 में मौत के घाट उतारा गया था। इतना ही नहीं महाराष्ट्र के एक्टीविस्ट गोविंद पानसारे और पुणे के नरेंद्र दाभोलकर को भी इसी पिस्टल से मारा गया था।
4. पुलिस ने उस सीसीटीवी को फुटेज को खंगाला जो लंकेश के घर में लगे कैमरों में कैद हुई थी। दो कैमरे जो घर के फ्रंट पर लगे हुए हैं उनमें लंकेश के चीखने की आवाज कैद हुई। जबकि, एक कैमरे में एक शख्स देखा गया जिसने काली जैकेट डाली हुई थी और सिर पर हेलमेट पहना हुआ था।
5. बताया जा रहा है कि लंकेश को गोलियां 10 फीट की दूरी से मारी गई और पहली गोली पीठ पर चलाई गई। सबसे पहली गोली लंकेश के पीठ पर मारी गई और बाकी उस वक्त चलाई गई , जब वो घर का मेन गेट बंद करने की कोशिश कर रही थीं। सभी सोशल एक्टीविस्ट के लिए एक ही पिस्टल के इस्तेमाल किए जाने की पुष्टि फोरेंसिक जांच में हुई है।
बता दें कि अपने वामपंथी नजरिए के लिए जानी जाने वाली कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश की मंगलवार रात बेंगलुरू में उनके आवास पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 55 वर्षीय गौरी कार से अपने घर लौटी थीं। जब वह गेट खोल रही थीं तभी मोटरसाइकिल सवार अज्ञात हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं।
सीएम सिद्धारमैया ने राहुल को जानकारी दी
वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की चौतरफा निंदा के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को फोन पर घटना की जानकारी दी। इस बातचीत की पुष्टि करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मैंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के साथ बातचीत की और कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि जिन्होंने गौरी लंकेश की हत्या की है उन्हें पकड़ कर दंडित किया जाए।’