राजस्थान में ग्रामीणा इलाकों में महिलाओं की चोटी करने की अफवाहों के बीच बुधवार को अनूठा मामला सामने आया. एक, दो नहीं तीन लड़कियों के बाल स्कूल में ही कट गए.
मामला जोधपुर शहर के महावीर बाल निकेतन स्कूल से जुड़ा है. बच्चियों के बाल कटाने वाला कोई भूत या चुड़ैल नहीं बल्कि स्कूल की टीचर ही है. दरअसल, स्कूल में दो चोटी बनाकर आने का आदेश नहीं मानने पर टीचर ने उनको बाल काटने की सजा दे डाली.

चौथी से 7वीं कक्षा की इन लड़कियों के साथ इस घटना के पीछे तर्क दिया गया कि वे कहने के बाद भी दो चोटी बनाकर नहीं आती थीं. उन्हें अनुशासन का पाठ पढ़ाने के लिए चोटी काटी गई.

कक्षा 7वीं की लक्षिता आचार्य, कक्षा 5 की पूनम राठौड़ और कक्षा 4 की शानू बरामदे में खड़ी थीं. तीनों के अनुसार टीचर पूनम पंवार ने उन्हें बुलाया और डांटा कि तुम्हें दो चोटियां में आने का कहने पर भी एक चोटी बनाकर कैसे आई? गुस्साई टीचर ने तत्काल कैंची से तीनों को लाइन में खड़ा कर दिया चोटी काट डाली.

इस घटनाक्रम के बाद बच्चियां जब घर पहुंची तो परिजनों को पता चला. परिजन भी सन्न रह गए. बच्चियों ने रोते हुए पूरी घटना उन्हें बताई तो परिजन स्कूल पहुंचे और संचालक जगदीश पूनिया से शिकायत की. संचालक ने परिजनों को अनुशासन का हवाला देते हुए बच्चियों के साथ इस बर्ताव को नजरअंदाज कर दिया.