मंगलवार को हुई भारी बारिश ने लगभग पूरे मुंबई शहर को पानी से लबालब कर दिया है. ऐसा माना जा रहा है कि 2005 में आई भयानक बारिश के बाद आज एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश मुंबई में हुई है. हर जगह जलभराव के चलते यातायात के सारे माध्यम ठप्प पड़ गए हैं और लोगों से घरों के अंदर ही रहने की अपील की गई है.
2005 में आई खतरनाक बाढ़ के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रधिकरण यानि NDMA ने कहा था कि शहरी इलाकों में आने वाली बाढ़ के लिए अलग तरह से तैयारी करने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने कहा था कि जल्द नई गाइडलाइन भी जारी की जाएंगी.
हालांकि, अभी तक एनडीएनमए ने ऐसे कोई दिशा-निर्देश नहीं दिए हैं. लेकिन आज की बारिश के बाद मुंबई में बने बाढ़ जैसे हालात से बचाव के लिए आप NDMA के कुछ दिशा-निर्देशों का पालन कर सकते हैं.
बिजली उपकरणों से सावधानी
ऐसे हालात में सबसे ज्यादा खतरा बिजली और उससे चलने वाले उपकरणों के इस्तेमाल को लेकर होता है. अपने आस-पास मौजूद बिजली और गैस से चलने वाले सभी उपकरणों को बंद कर दें. किसी भी खुले तार के करीब न जाएं. इसके अलावा अगर घर की सीलिंग पानी के कारण गीली है तो पंखा या लाइट जलाने की कोशिश न करें. फर्श पर पड़े पानी को साफ करने के लिए वैक्कयूम क्लीनर का प्रयोग न करें. ऐसा करने से बिजली का झटका लगने का खतरा हो सकता है.
सुरक्षा किट
बाढ़ जैसे हालात में लोगों को हिदायत दी जाती है कि वो अपने साथ एक सुरक्षा किट रखें. इसमें बैटरी से चलने वाली टॉर्च, कंबल या चादर, दवाइयां, पानी की बोतल, वॉटर-प्रूफ कपड़े, कीमती सामान और जरूरी कागज रखे हों. अमेरिका की आपातकालीन प्रबंधन संस्थान FEMA के अनुसार लोगों को ऐसी स्थिति में कम से कम 3 दिन के पीने के पानी और खराब न होने वाली खाने की चीजें स्टोर करके रखनी चाहिए. NDMA की मानें तो लोगों को किसी भी ऐसी चीज को खाने से बचना चाहिए जो बाढ़ के पानी के संपर्क में आई हो. इसके साथ ही हो सके तो सुरक्षा किट में रिंच और पाने भी साथ में रखें.
यातायात सुरक्षा
जलभराव की स्थिति में जितना मुमकिन हो सके सड़क पर पैदल न निकलें. FEMA की मानें तो 15 सेंटीमीटर गहरे बहते पानी में भी आप गिर सकते हैं. अगर घर से निकलना ज्यादा जरूरी हो तो अपने साथ लकड़ी या छड़ी ले लें. कभी बाढ़ के पानी में तैरने की कोशिश न करें. अगर आपकी गाड़ी के टायर पानी में डूब चुके हैं तो इसे सड़क पर ही छोड़ दें और मदद का इंतज़ार करें. पानी भरने पर गाड़ी का इंजन स्टार्ट करने की कोशिश न करें.
पानी से बचें
ऐसे हालात में कोशिश करें कि बाढ़ के पानी से दूर रहने कि लिए ऊंची जगह पर शिफ्ट हो जाएं. बाढ़ के पानी के संपर्क में आना खतरनाक हो सकता है. ये पानी गंदे नाले और फिर खरतरनाक केमिकल्स मिला हुआ होता है.