नई दिल्ली : कांग्रेस के भीतर वरिष्ठ नेताओं के उम्र विवाद के बीच पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि नया जोश और पुराना होश ही संगठन को मजबूती दे सकता है. सिंह ने कहा कि किसी भी संगठन के लिए, चाहे वह राजनीतिक हो या कॉर्पोरेट, उत्तराधिकार प्रबंधन के कुछ तौर-तरीके होते हैं और नई पीढ़ी को आगे आने का मौका मिलना चाहिए. जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर, विधानसभाओं में, संसदीय सीटों में और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में युवा नेतृत्व तैयार किया जाना चाहिए.

कांग्रेस में फिलहाल वरिष्ठ और उम्रदराज नेताओं के रिटायरमेंट लेने को लेकर एक बहस चल रही है. दिग्विजय ने कहा, युवाओं को पार्टी में हमेशा जगह दी जाती है और इस प्रक्रिया में वरिष्ठ नेता धीरे-धीरे बाहर जाते हैं, लेकिन यह हमेशा एक मिलीजुली टीम होती है. युवाओं को पार्टी में मौका मिलना चाहिए लेकिन यह हमेशा युवाओं का जोश और वरिष्ठ नेताओं का अनुभव ही होता है जिससे किसी संगठन को मजबूती मिलती है. सिंह ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब कांग्रेस में वरिष्ठ और उम्रदराज नेताओं के रिटायरमेंट लेने को लेकर एक बहस चल रही है.

एक दिन पहले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा था कि वह 65 साल का हो जाने के बाद पार्टी में कोई सक्रिय पद हासिल नहीं करेंगे. कांग्रेस महासचिव ने शनिवार को होने वाली एआईसीसी के युवा सचिवों की प्रस्तावित बैठक से पहले यह बयान दिया है. बैठक में इस बात पर चर्चा होगी कि प्रतिद्वंद्वी पार्टियों पर कांग्रेस के हमले को कैसे तीखा बनाया जाए.