मध्य प्रदेश में मौमस के बिगड़े मिजाज के चलते स्वाइन फलू का प्रकोप तेजी से फ़ैल रहा है. सर्दी खासी से पीड़ित मरीज़ भी एहतियातन अस्पताल पहुंचरहे हैं, इस डर से कि कहीं उन्हे भी तो स्वाइन फलू तो नही हो गया.

जबलपुर जिले मे अब तक 4 मौते हो चुकी है जिनमे दो मरीज़ नागपुर से जबलपुर रेफर किए गए थे. जबलपुर मे अब तक कुल 14 स्वाइन फलू के मरीजपाए गए हैं. बीते दिनों जिला अस्पताल विक्टोरिया के दो चिकित्सक और जबलपुर के एक नामचीन बिल्डर भी स्वाइन फलू की चपेट मे आ गऐ थे जोअभी अस्पताल मे भर्ती हैं.

इंदौर में अब तक स्वाइन फ्लू के 77 मरीजों के सेम्पल जाँच के लिए भेजे जा चुके हैं, जिसमे से 6 की स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. और इनमे से 2 कीमौत भी हो चुकी है, प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एम् वाई में स्वास्थ विभाग ने एहतियात के चलते 5 वी मंजिल पर एक स्वाइन फ्लू वार्ड भीबनाया है.

स्वास्थ्य महकमा स्वाइल फलू के बढ़ते प्रकोप के चलते कमर कसे हुए है लेकिन इसके नियंत्रण पर कोई असर नही दिख रहा है. अगर आंकड़ो पर गौरकिया जाए जो वर्ष 2015 मे पूरे मध्यप्रदेश मे स्वाइल फलू से कुल 90 मौतें हुई थी.

 

केन्द्र सरकार ने स्वाइन फलू के बढ़ते प्रकोप के चलते अब निजी दवा दुकानों मे स्वाइन फलू की दवाएं उपलब्ध कराने का आदेश दिया है. बहरहालचिकित्सक मरीजों को एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं.