फोर्ब्स की 100 सबसे इनोवेटिव कंपनियों की सूची में तीन भारतीय कंपनियां- हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स और भारती एयरटेल शामिल हैं। इस सूची में सेल्सफोर्स डॉटकॉम ने टेसला मोटर्स को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। लिस्ट की टॉप 10 कंपनियों में अमेजनडॉटकॉम तीसरे, शंघाई आरएएएस ब्लड प्रोडक्ट्स चौथे, नेटफ्लिक्स पांचवें, इनसाइट छठे, नैवर सातवें और रीजेनेरॉन फामॉस्यूटिकल्स 10वें स्थान पर है.

एशियन पेंट्स सातवें नंबर पर

दुनियाभर की इनोवेटिव 100 कंपनियों की इस सूची में हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) तथा एशियन पेंट्स इस बार क्रमश: सातवें और आठवें स्थान (पिछले साल 31वें और 18वें स्थान) पर आ गई हैं। वहीं भारती एयरटेल पहली बार इसमें शामिल हुई और 78वें स्थान पर रही।

पिछले साल की इस सूची में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), सन फार्मा तथा लार्सन एंड टूब्रो भी शामिल थीं, लेकिन इस साल वे इस सूची में स्थान बना पाने में विफल रहीं। इसके कारण फोर्ब्स की इस सूची में भारतीय कंपनियों की संख्या घटकर पांच से तीन रह गई है।

10 अरब डॉलर पूंजीकरण चाहिए इनोवेटिव कंपनी के लिए

‘दुनिया की सर्वाधिक इनोवेटिव’ कंपनियां उन्हें माना जाता है कि जिनके बारे में निवेशकों को उम्मीद होती है कि वे अभी और भविष्य में इनोवेटिव बनी रहेंगी। इसके अलावा सूची में शामिल होने के लिए कंपनियों को सात साल का सार्वजनिक वित्तीय आंकड़ा तथा 10 अरब डॉलर बाजार पूंजीकरण की जरूरत होती है। केवल उन उद्योग को इस लिस्ट में शामिल किया जाता है, जो इनोवेशन के क्षेत्र में निवेश के लिए जानी जाती हैं।

बैंक, एनर्जी कंपनियां नहीं होतीं शामिल

लिस्ट में वे उद्योग शामिल नहीं हैं जिनका शोध एवं विकास में किए गए निवेश को मापा नहीं जा सकता। इसीलिए बैंक तथा अन्य वित्तीय सेवा प्रदाता इस सूची में शामिल नहीं होती। इसी प्रकार ऊर्जा और खनन कंपनियों को भी शामिल नहीं किया जाता क्योंकि इनका बाजार मूल्य इनोवेशन की बजाए जिंसों के मूल्य से बंधा होता है।