मध्यप्रदेश सायबर पुलिस ने 'कौन बनेगा करोड़पति' के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोपियों ने प्रदेश के साथ दूसरे राज्यों में भी कई लोगों के साथ ठगी की है.

गिरोह के सदस्य किराए के खातों में ठगी की राशि को बुलवाकर खातेदार को 10 से 15 प्रतिशत राशि देते थे. सायबर पुलिस को दो दर्जन ऐसे लोगों की जानकारी मिली है, जो गिरोह को किराए पर खाते देने का काम करते थे.

दरअसल, भोपाल के दानिश नगर निवासी रामबाबू शर्मा ने सायबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके मोबाइल फोन पर कॉल कर 'कौन बनेगा करोड़पति' में 25 लाख रुपए की राशि जीतने की सूचना दी गई थी.

गिरोह के झांसे में आकर रामबाबू ने ईनाम की राशि पाने के लिए आरोपियों के बताए खातों में एक लाख 55 हजार रुपए जमा करा दिए. सायबर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की, तो चौंकाने वाले खुलासे हुए.

सायबर पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने रामबाबू शर्मा को 25 लाख रुपए की इनाम की राशि देने के एवज में प्रक्रिया शुल्क, टैक्स समेत दूसरे चार्ज बताकर डेढ लाख रुपए खाते में ट्रांसफर करा लिए. इतनी बड़ी राशि जीतने के चक्कर में रामबाबू ठगों के झांसे में आ गया.  पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के जरिए सतना निवासी पुष्पेंद्र पटेल और दिलीप कुमार पटेल को गिरफ्तार किया.

आरोपी ममेरे भाई हैं. आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने ठगी के शिकार लोगों से मिलने वाली राशि को लेने के लिए किराए के खाते लिए थे. इन्हीं खातों में आरोपी राशि को बुलवाते थे. इसके एवज में गिरोह के सदस्य खातेदार को दस से 15 प्रतिशत राशि किराए के तौर पर देते थे.

गिरोह के दो सदस्य ठगी के कारोबार के साथ किसी को शक नहीं हो, इसलिए मोबाइल रिचार्ज के साथ होटल संचालन का काम भी करते थे. आरोपियों के तार दूसरे राज्यों से भी जुड़े हैं.  सायबर पुलिस रिमांड लेकर आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ में आगे कई बड़े खुलासे होने की संभावना है.