नई दिल्ली : कांग्रेस ने आज पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के इस बयान को नामंजूर कर दिया कि भाजपा को दिल्ली में सरकार बनाने का अवसर दिया जाना चाहिए। कांग्रेस महासचिव और दिल्ली के प्रभारी शकील अहमद ने पूर्व मुख्यमंत्री के बयान से दूरी बनाते हुए इसे उनकी निजी राय बताया।
अहमद ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली में सरकार बनाने पर शीला जी की टिप्पणी उनकी निजी राय हो सकती है। कांग्रेस विधायक और एआईसीसी भाजपा को समर्थन देने के पूरी तरह खिलाफ हैं।’ दिल्ली कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा, ‘हम सरकार बनाने को लेकर शीला दीक्षित के बयान से हैरान हैं। यह उनकी निजी राय है और कांग्रेस का इससे कोई लेना-देना नहीं है। पहले दिन से हमारा रख बहुत साफ है कि कांग्रेस दिल्ली में भाजपा को सरकार नहीं बनाने देगी।’’ कांग्रेस महासचिव और पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख अजय माकन ने भी इसी तरह के सुर में बात की।
दिल्ली से ताल्लुक रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली में सरकार बनाने पर शीला जी की टिप्पणी उनकी निजी राय हो सकती है। हम भाजपा के सरकार बनाने के विरद्ध हैं क्योंकि उनके पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है।’’ तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित ने आज यहां कहा, ‘लोकतंत्र में हमेशा चुनी हुई सरकारें अच्छी होती हैं क्योंकि वे जनता का प्रतिनिधित्व करती हैं। अगर भाजपा इस स्थिति में है कि वह सरकार बना सकती है तो यह दिल्ली के लिए अच्छा है।’ 76 वर्षीय नेता ने कहा था कि दिल्ली के विधायक चुनाव नहीं चाहते, चाहे वे कांग्रेस के हों, आप के हों या अन्य पार्टियों के हों। हालांकि दिल्ली भाजपा ने शीला दीक्षित की तारीफ की वहीं आप पार्टी ने कहा कि उसे इस बयान से कोई हैरानी नहीं है क्योंकि भाजपा और कांग्रेस में ज्यादा अंतर नहीं है।
भाजपा का समर्थन करने के शीला के बयान से कांग्रेस ने बनाई दूरी
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