एफएसएल की जांच रिपोर्ट न्यायालय में चालान के साथ पेश करें : सागर 
भोपाल। भारतीय पुलिस सेवा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें दिनेश चंद सागर ने शनिवार को राजधानी की क्षेत्रीय न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला की समीक्षा की। जिसमे एडीजी सागर ने लंबित प्रकरणों की अद्यतन स्थिति तथा उसके शीघ्र निराकरण किए जाने के निर्देश दिए। सागर ने प्रदेश के सभी जिला पुलिस बल को भी एफएसएल की जांच रिपोर्ट को चालान के साथ न्यायालय में पेश करने की बात कही, ताकि पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिल सकें।
वैसे वे आगामी दिनों में किन -किन जिलों में कितनी एफएसएल की जांच रिपोर्ट भेजी गई है और जिलों द्वारा चालान के साथ न्यायालय में किन -किन प्रकरणों में जांच रिपोर्ट पेश की है इसकी समीक्षा के लिए बैठक भी करने वाले है। हालांकि यह बात सत्य है कि कई जिलों में पुलिस द्वारा चालान के साथ एफएसएल की रिपोर्ट नहीं लगाते है और इतनी बड़ी चूक होने के बाद भी पुलिस अधीक्षकों का चुपचाप बैठे रहना समझ से परे है।
बताया जा रहा है कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें डीसी सागर ने समीक्षा में पाया कि जनवरी 2017 से जून माह तक जिलों से जांच के लिए कुल 1861 प्रकरण भोपाल एफएसएल लैब आये थे , जिसमे से 1619  प्रकरणों का निराकरण कर जांच रिपोर्ट जिलों में भेज दी गई है। इस तरह कुल प्राप्त प्रकरणों का 87  प्रतिशत निराकरण हो गया है वही 13 प्रतिशत प्रकरण अभी परीक्षण में है। 
 
जून माह के अंतिम में यह प्रकरण लंबित  
अगर एफएसएल के लंबित प्रकरणों पर नजर डाले तो जून माह के अंतिम की स्थिति में बायोलॉजी के 97  , टॉक्सीकोलॉजी के 134, नारकोटिक्स के 11 प्रकरण लंबित है तो वही विजलेंस मामलों के प्रकरण शून्य है। जिनका परीक्षण भी जल्दी करने के निर्देश एडीजी सागर ने दिए। न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला भोपाल में डीएनए लैब, सायबर लैब तथा बैलेस्टिक शाखा प्रारंभ करने के लिए बन रहे भवन का अवलोकन कर जानकारी ली। जिसके बाद भोपाल की प्रयोगशाला उत्कृष्ट प्रयोगशाला के श्रेणी में आ जाएंगी। 
 
उत्कृष्ट कार्य के लिए किया पुरुस्कृत 
प्रयोगशाला के जिन अधिकारी तथा कर्मचारी ने उत्कृष्ट कार्य किया है उन्हें प्रशंसा पत्र और नगद राशि से पुरुस्कृत किया गया। जिसमे प्रभारी संयुक्त निदेशक एके माथुर , एफएसएल ज्येष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी नीलेश यादव , ओपी दीक्षित, एसबी बाथम ,एमपी भास्कर , प्रीति भटनागर , सुजाता गौतम , निधि गुप्ता , निशा यादव , कल्पना वर्मा , अखिलेश सोनी, अतुल गौर , संतोष गुप्ता को प्रशंसा पत्र तथा सचिन चौरसिया , प्रदीप कुर्मी , नरेंद्र साहू , मिंताराम अहिरवार , शहीद खान , बालमुकुंद चौरसिया , कपिल राठौर , विमला सिंह , विभा प्रजापति , शमशेर खान , कैलाश कुमार और प्रमोद कुमार को नगद राशि से पुरुस्कृत किया गया ।
 
फेसबुक एकाउंट से जुड़े अधिकारी -कर्मचारी
सोशल मीडिया के इस दौर में भला एडीजी डीसी सागर कैसे पीछे रह सकते है। उन्होंने बकायदा इसका लाभ लेने के लिए अपने फेसबुक एकाउंट से भोपाल प्रयोगशाला के सभी अधिकारी और कर्मचारियों को जोड़ लिया है ताकि फारेंसिक साइंस के विभिन्न विषयों से संबंधित विचार का त्वरित आदान -प्रदान कर सकें। एडीजी सागर ने इसके पहले भी प्रयोगशाला के सभी लोगों को अपने वाट्सएप्प ग्रुप से जोड़ने की एक अभिनव पहल कर चूके हैं।