मध्य प्रदेश के बैतूल से भाजपा सांसद ज्योति धुर्वे के जाति प्रमाण पत्र का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है. लेकिन इस बार सांसद धुर्वे को मध्यप्रदेश के आदिवासी विकास विभाग ने चेतावनी भरे शब्दों में नोटिस जारी किया है.
दरअसल, ज्योति धुर्वे के आदिवासी होने को लेकर संदेह बना हुआ है और ये मामले मध्यप्रदेश हाई कोर्ट में विचाराधीन है. कोर्ट के आदेश पर आदिवासी विकास विभाग ने ज्योति धुर्वे के जाति प्रमाण पत्रों की जांच कर उन्हें कई बार नोटिस भेजकर जवाब तलब किया. लेकिन ज्योति धुर्वे आज तक इस मामले में जवाब पेश नहीं कर सकी हैं.
इस बार ज्योति धुर्वे को अंतिम नोटिस जारी किया गया है जिसमें साफ शब्दों में ये चेतावनी दी गई है कि यदि वो आगामी 1 अप्रैल को आदिवासी विकास विभाग कमिश्नर के सामने लिखित और मौखिक जवाब पेश नहीं कर सकीं तो इस मामले में विभाग एकतरफा निर्णय लेगा.
नोटिस मिलने से जहां एक तरफ बैतूल की राजनीति गर्माती जा रही है वहीं बीजेपी में भी हलचल मची हुई है.