इंदौर। ढाबे से खाना देर से पहुंचने पर कांग्रेस नेता अभय वर्मा और उनके भाई आलोक ने टॉवर चौराहे के पास पिशोरी ढाबे पर रविवार रात जमकर तोड़फोड़ की। बेसबॉल, हॉकी स्टिक और बल्ले लेकर पहुंचे उनके साथियों ने ढाबे के कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की।
उधर वर्मा ग्रुप का कहना है ढाबा कर्मचारियों ने भी हम पर बोतलें फेंकीं। मामले में बीचबचाव के लिए पूर्व सांसद सज्जनसिंह वर्मा, कृपाशंकर शुक्ला, नरेंद्र सलूजा आदि कांग्रेस के बड़े नेताओं को भी थाने आना पड़ा।
नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अभय वर्मा के भाई आलोक वर्मा ने पिशोरी ढाबे से खाने का पार्सल मंगाया था। ढाबे के मैनेजर इंदरसिंह ने डिलिवरी बॉय को स्कूटर से पार्सल लेकर भेजा। आलोक ने रास्ते में डिलिवरी बॉय को फोन लगाकर रुकवा दिया। आलोक और उसके साथी रास्ते में पहुंचे और डिलिवरी बॉय के साथ मारपीट कर उसका स्कूटर तोड़ दिया।
बताया जाता है आलोक ने वहीं से ढाबा संचालक रघुवीरसिंह सोढ़ी को फोन किया। सोढ़ी का आरोप है कि आलोक ने उसके साथ गाली-गलौज की। इसके बाद आलोक और उसके साथी बेसबॉल के डंडे, हॉकी स्टिक और क्रिकेट के बल्ले लेकर ढाबे पर पहुंच गए। वहां उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी। खबर लगने पर कांग्रेस नेता अभय वर्मा भी पहुंच गए और वे भी तोड़फोड़ में शामिल हो गए।
वर्मा परिवार पर जान से मारने की धमकी का आरोप
अभय और आलोक का आरोप है कि पहले ढाबा संचालक की ओर से विवाद किया गया। उन्होंने भी हम पर बोतलें फेंककर मारीं। विवाद भंवरकुआं थाने पहुंचा तो रात करीब 11 बजे यहां भी दोनों पक्षों के सैकड़ों लोग जमा हो गए। विवाद बढ़ता देख थाने पर 50 से अधिक पुलिसकर्मी लगा दिए गए। विवाद की सूचना पर पूर्व सांसद सज्जनसिंह वर्मा भी थाने पहुंचे।
यहां सोढ़ी ने आरोप लगाया कि वर्मा परिवार ने थाने पर ही उन्हें जान से मारने की धमकी दी। बताया गया कि अभय, आलोक और उनके साथियों पर मुकदमा दर्ज न करने के लिए भी पुलिस पर दबाव बनाया जाता रहा। देर रात तक दोनों पक्ष थाने पर डटे हुए थे।
खाना देर से पहुंचा तो कांग्रेस नेता और भाई ने की ढाबे में तोड़फोड़
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