सोनिया गांधी के हमले के बाद बीजेपी ने मंगलवार को संसद में कांग्रेस पर पलटवार किया और कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आवाज दबाई नहीं जा सकती. कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड के मुद्दे पर पीएम और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बयान पर सदन में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया.
जानिए, कैसे सरकार और विपक्ष के बीच मंगलवार को संसद में नोकझोक हुई.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में कहा, 'प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार पर बोलने का पूरा हक है. वो इस मुद्दे पर सदन के अंदर और बाहर बोल सकते हैं और उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता.'
कांग्रेस के लक्ष्मण शांताराम नाइक ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का एक नोटिस दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी और पर्रिकर ने संसद के बाहर यह झूठ बोला है कि हेलीकॉप्टर सौदे में यूपीए अध्यक्ष ने दलाली ली.
जेटली ने कहा कि एक राजनेता के खिलाफ दूसरे राजनेता का संसद के बाहर दिया गया राजनीतिक भाषण सिर्फ प्रचार के लिए होता है, जैसा कि कल कांग्रेस के सदस्य दिन भर मीडिया के सामने करते रहे.
कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री चाहें संसद में बोलें या संसद के बाहर, चाहे वह देश में बोलें या देश के बाहर, वह प्रधानमंत्री ही होते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने ही रक्षा मंत्री के बयान से विरोधाभासी बयान दिया है.
संसद में बोले जेटली- भ्रष्टाचार पर PM मोदी की आवाज दबाई नहीं जा सकती
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