वायदा सौदा निपटान पर निवेशकों की लगभग पूरे दिन की तेजी को कोल इंडिया, टाटा स्टील, भारती एयरटेल और एसबीआई जैसी दिग्गज कंपनियों में अचानक हुई भारी बिकवाली ने धो दिया और अंत में सेंसेक्स और निफ्टी सपाट बंद हुये।
हालांकि, वित्त वर्ष के दौरान इनमें करीब नौ प्रतिशत गिरावट देखी गई। सेंसेक्स ने 2615.63 अंक यानी 9.36 प्रतिशत तथा निफ्टी ने 8.86 फीसदी अर्थात 752.60 अंक की वार्षिक गिरावट के साथ वित्त वर्ष 2015-16 को अलविदा कहा। वित्त वर्ष 2011-12 के बाद पहली बार घरेलू शेयर बाजार ने निवेशकों को नुकसान दिया है।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 3.28 अंक अर्थात 0.01 फीसदी की मामूली बढ़त लेकर 25341.86 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 3.20 अंक यानि 0.04 फीसदी उठकर 7738.40 अंक पर सपाट रहा। वित्त वर्ष 2014-15 की समाप्ति पर सेंसेक्स 27957.49 अंक और निफ्टी 8491 अंक पर बंद हुआ था।
हीरो मोटोकॉर्प, अदानी पोट्र्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सन फार्मा, इंफोसिस और टीसीएस की एक फीसदी से अधिक की तेजी से दोपहर बाद तक बाजार गुलजार रहा। लेकिन, अंतिम कारोबारी घंटे में भारी बिकवाली के दबाव में ओएनजीसी, एशियन पेंट्स, कोल इंडिया, टाटा स्टील, भारती एयरटेल और एसबीआई के डेढ़ फीसदी से ज्यादा लुढ़कने से इसकी तेजी थम गयी।
हालांकि, बड़ी कंपनियों के विपरीत छोटी और मझौली कंपनियों में निवेशकों का निवेश अंत तक बना रहा। बीएसई का मिडकैप 0.68 फीसदी की तेजी के साथ 10618.95 अंक और स्मॉलकैप 0.46 फीसदी चढ़कर 10541.68 अंक पर रहा। बीएसई के 13 समूहों में बढ़त तथा सात में गिरावट रही।
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में सर्वाधिक 1.21 फीसदी की तेजी जबकि धातु समूह में सबसे अधिक 0.77 फीसदी की मंदी दर्ज की गयी। विदेशी बाजारों में गिरावट का रुख रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.67 फीसदी, जापान का निक्की 0.71 फीसदी, हांगकांग का हैंगसेंग 0.13 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.31 फीसदी टूटा। वहीं, चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.12 फीसदी की बढ़त रही।
बीएसई में कुल 2740 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1307 में लिवाली का जोर रहा। कुल 1247 कंपनियों के शेयर बिकवाली के दबाव में रहे, जबकि 186 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स करीब 26 अंक बढ़कर 25364.75 अंक पर खुला और मजबूत लिवाली के बल पर थोड़ी देर बाद 25479.62 अंक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। दोपहर बाद दो बजे तक अच्छी बढ़त में रहने के बाद अंतिम कारोबारी घंटे में अचानक हुयी बिकवाली से यह 25223.22 अंक के न्यूनतम स्तर तक लुढ़ककर लाल निशान में चला गया।
हालांकि, फिर वापसी करते हुये अंत में पिछले दिवस के 25338.58 अंक की तुलना में 3.28 अंक ऊपर 25341.86 अंक पर रहा। निफ्टी करीब आठ अंक फिसलकर 7727.65 अंक पर खुला। लिवाली के दम पर कुछ देर बाद 7777.60 अंक के उच्चतम स्तर को छुआ।
बिकवाली के दबाव में आखिरी कारोबारी घंटे में यह 7702 अंक के निचले स्तर पर आ गया। अंत में गत दिवस के 7735.20 अंक के मुकाबले 3.20 अंक बढ़कर 7738.40 अंक पर सपाट बंद हुआ।
सेंसेक्स की 14 कंपनियां बढ़त पर रहीं, जबकि शेष 16 में गिरावट का रुख रहा। टीसीएस ने सबसे अधिक 1.11 फीसदी का मुनाफा कमाया। वहीं, सिप्ला, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, विप्रो, ल्युपिन, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, डा. रेड्डीज लैब, अदानी पोट्र्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सन फार्मा और इंफोसिस के शेयर भी 1.01 फीसदी तक मजबूत रहे।
नुकसान उठाने वाली कंपनियों में एसबीआई 1.65, भारती एयरटेल 1.53, टाटा स्टील 1.51, कोल इंडिया 1.50, एशियन पेंट्स 1.44, ओएनजीसी 1.42, भेल 0.96, गेल 0.95, एचडीएफसी 0.90, एलएंडटी 0.86, महिंद्रा एंड महिंद्रा 0.86, एनटीपीसी 0.73, टाटा मोटर्स 0.67, बजाज ऑटो 0.46, आईसीआईसीआई बैंक 0.38 और मारुति सुजुकी 0.24 फीसदी शामिल रहीं।
वित्त वर्ष के अंतिम दिन सपाट बंद हुआ शेयर बाजार
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