भोपाल । लिंक रोड नंबर-1 पर न्यू-मार्केट से एमपी नगर की तफर जा रही टीआर-1 लो-फ्लोर बस क्रमांक एमपी-04 पीए 0989 में शनिवार रात करीब साढ़े 8 बजे आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। बैरागढ़ से आकृति ईको सिटी जा रही लो फ्लोर के अंदर से अचानक जलने की बदूब आने लगी। 35 वर्षीय चालक इरफान अली ने समझदारी का परिचय देते हुए व्यापमं चौराहे पर न केवल रेड सिग्नल में से बस को निकाला, बल्कि करीब 50 मीटर आगे राज्य ओपन स्कूल के आईसीआईसीआई बैंक एटीएम के सामने ले जाकर बस रोकी।
इरफान ने बस से उतरकर जब अगले हिस्से को देखा, तो उसमें चिंगारियां निकल रही थीं। इरफान ने डॉयल 100 को कॉल किया और कंडेक्टर प्रकाश के साथ मिलकर बस में सवार सभी 30 लोगों बाहर निकाल लिया। सवारियों के निकलते ही बस में आग भड़क गई और बस का अगला हिस्सा धू-धू कर जलने लगा। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की तीन दमकलों ने करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। हादसे में कोई हताहत तो नहीं हुआ, लेकिन लोगों की त्वचा हलकी झुलस गई।
शॉर्ट-सर्किट से लगी आग
बताया जा रहा कि बस के अगले हिस्से में इंजन के पास शॉर्ट-सर्किट से आग लगी थी। व्यापमं चौराहे पर चालक को जलने की बदबू आई। बस में बैठी एक महिला यात्री ने भी कुछ जलने की शिकायत चालक से की थी।
आधे घंटे रहा ट्रैफिक डायवर्ड
हादसे के कारण करीब आधे घंटे तक व्यापमं चौराहे से बोर्ड ऑफिस के बीच ट्रैफिक प्रभावित रहा। पुलिस ने घटना के बाद ट्रैफिक को दूसरे रास्ते पर डायवर्ड कर दिया था। करीब आधे घंटे तक ट्रैफिक एक ही तरफ से चलाया गया।
स्विच बंद होने के कारण नहीं फैल पाई आग
इरफान ने जलने की बदबू आते ही चालक सीट के पीछे लगे स्विच को बंद कर दिया। यह मैन सप्लाई लाइन होती है। इससे आग को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है।
व्यापमं चौराहे के सिगनल से पहले बस के अंदर जलने की बदबू आई। मैंने सिगनल के बीच से बस निकलकर उसे सुरक्षित करते हुए सड़क किनारे खड़ी करके जैसे ही उतरकर देखा तो उसमें से चिंगारी निकल रही थी। मैंने डॉयल 100 को कॉल करते हुए तत्काल सवारियों को बस के बाहर निकाला। मैंने मिट्टी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया था। इरफान अली, चालक
बस से चिंगारी निकलने के बाद हमने तत्काल गेट खोलकर यात्रियों को बाहर निकाला। फायर बिग्रेड भी 5 मिनट में मौके पर पहुंच गई थी। -प्रकाश कुमार कंडेक्टर
मैं न्यू-मार्केट से एमपी नगर की तरफ जा रही थी। व्यापंम चौराहे पर मुझे बस के अंदर से जलने की बादबू आई। मैंने चालक को बस रोकने को कहा। इसके बाद चालक ने रेड सिगनल से बस निकालते हुए सुरक्षित स्थान पर रोककर चालक ने सभी को निकाल दिया। मोहिनी शाय, यात्री
आग लगने से मैं तो बहुत घबरा गई थी, लेकिन सभी एक-दूसरे को सहयोग करते हुए बाहर निकलने में मदद की। आगर चालक ने समय पर बस नहीं रोकी होती तो बड़ा हादसा हो जाता।
बस में आग, रेड सिग्नल तोड़ ड्राइवर ने बचाई 30 लोगों की जान
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