जबलपुर। जेडीए अध्यक्ष डॉ. विनोद मिश्रा ने वित्तीय वर्ष 2016-17 और अपने कार्यकाल का पहला बजट शुक्रवार को पेश किया। 29 करोड़ रुपए के फायदे वाले इस बजट में हाल ही में शासन से स्वीकृत दो नयई योजना 69 और 71 नंबर को शामिल किया गया है।
बजट में स्कीम क्रमांक 65 जो कचनार सिटी के पीछे के हिस्से में होनी है उसे विकसित करने 6 करोड़ का मद रखा है। इसके अलावा स्कीम क्रमांक 62 में 1 करोड़ तथा 63, 64, 69 व 71 के काम के लिए 1 करोड़ का मद रखा गया है। नई योजनाओं में 65 नंबर 240 एकड़ में होगी। इसके भूअर्जन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
बजट में आपके लिए क्या, ऐसे समझें
100 एमआईजी बाजनामठ स्कीम नंबर 2 बी में - करीब 20 लाख की कीमत के मकान बनाए जाएंगे।
34 ड्यूपलेक्स विजयनगर में - करीब 30 लाख के बनाए जाएंगे।
48 एमआईजी शताब्दीपुरम में - करीब 30 लाख की कीमत के मकान बनाए जाएंगे।
02 गार्डन बजनामठ स्कीम नंबर 2 में - 50 लाख से ज्यादा होंगे खर्च।
01 गार्डन शताब्दीपुरम में 3 एकड़ का - 2 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
07 करोड़ रुपए सड़क, नाली व अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किए जाएंगे।
69 व 71 नंबर स्कीम के लिए- लगभग 1 करोड़ से प्रारंभिक काम किए जाएंगे।
413 ईडब्ल्यूएस बनेंगे गरीबों के लिए - 5 लाख 10 हजार कीमत के मकान होंगे।
नये प्रोजेक्ट के लिए 18 करोड़
- योजना क्रमांक 5/14 पंडित विशाल पचौरी कमर्शियल काम्प्लेक्स का निर्माण - 6 करोड़(इन्फ्रास्ट्रक्चर का काम होना है)
- योजना क्रमांक 9 शांतिनगर में शॉपिंग काम्प्लेक्स का निर्माण - 2 करोड़ (नक्शा बनना है)
- योजना क्रमांक 18 विकास बाजार की ऊपरी मंजिल का निर्माण - 2 करोड़ (नक्शा बनना है)
- योजना क्रमांक 14 पंडित दीनदयाल उपाध्याय बस टर्मिनस में नवीन बिल्िडग निर्माण - 5 करोड़ (निर्माण काम शुरू हो चुका है)
चालू योजनाओं के लिए
- योजना क्रमांक 2 बसंत बिहार आवासीय योजना - 460 लाख
- योजना क्रमांक 5 विजय नगर - 50 लाख
- योजना क्रमांक 11 द्वितीय चरण बाबूराव परांजपे और कुशाभाऊ ठाकरे नगर - 200 लाख
- योजना क्रमांक 41 पंडित ओंकार प्रसाद तिवारी नगर - 800 लाख
स्थापना व्यय घटा
जेडीए का स्थापना व्यय भी धीरे-धीरे घटता जा रहा है। पिछले साल यह करीब 20 फीसदी रहा जो घटकर 16.84 फीसदी हो गया। अध्यक्ष ने बताया कि जेडीए में हर साल बड़ी संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस कारण स्थापना व्यय घटा है। यह चिंता का विषय है। इसको लेकर जल्दी ही सरकार से बात की जाएगी। इसके अलावा योजनाएं हस्तांरित होने के कारण आय भी घटी है।
6 साल में दूसरा फायदे का बजट
जेडीए का बजट लगातार चार साल तक घाटे रहा। पिछले साल जेडीए ने बजट में करीब 30 करोड़ का फायदा बताया था जो इस साल घटकर 29 करोड़ हो गया है।
29 करोड़ कमाए जेडीए ने, इस साल दो नई स्कीम डेवलप करेगा
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