मुंबई: बाजार में पिछले छह कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर आज विराम लग गया और मुनाफावसूली तथा वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रूख के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 171 अंक टूटकर 24,623.34 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 7,500 अंक के नीचे आ गया।

तीस शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के साथ खुला लेकिन उसके बाद की गयी मुनाफावसूली के कारण 170.62 अंक या 0.69 प्रतिशत टूटकर 24,623.34 अंक पर बंद हुआ। डालर के मुकाबले रपये में मजबूती से गिरावट पर थोड़ा अंकुश लगा।

पचास शेयरों वाला , 7,500 के नीचे पहुंच गया और 45.65 अंक या 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,486.15 अंक पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान यह 7,447.40 से 7,547.10 अंक के दायरे में रहा।

पिछले छह कारोबारी सत्रों में तेजी का कारण लगातार विदेशी संस्थागत निवेश बना रहना तथा रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद है।

कारोबार के दौरान डालर के मुकाबले रपया 22 पैसे मजबूत होकर 66.99 पर पहुंच गया।

इसके अलावा एशिया के अन्य बाजारों में मिले-जुले रूख तथा यूरोप में कमजोर शुरूआत से धारणा प्रभावित हुई।

निवेशकों को यूरोपीय केंद्रीय बैंक की नई नीति का इंतजार है।

घरेलू बाजार में सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 20 नुकसान में तथा 10 लाभ में रहे।

सर्वाधिक नुकसान में भेल रही। कंपनी का शेयर 2.93 प्रतिशत नीचे आया। उसके बाद आरआईएल का स्थान रहा जो 2.92 प्रतिशत नीचे आया। इंफोसिस भी 2.51 प्रतिशत कमजोर हुआ। इसके अलावा गेल, एल एंड टी, एसबीआई, आईटीसी, एक्सिस बैंक, डा. रेड्डीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा तथा हीरो मोटो कार्प में भी गिरावट दर्ज की गयी।

दूसरी तरफ एशियन पेंट्स, एचडीएफसी, मारति सुजुकी, भारती एयरटेल, सिप्ला, सन फार्मा, एनटीपीसी, ओएनजीसी, बजाज आटो, टाटा स्टील तथा टाटा मोटर्स में तेजी रही।