मुंबई: वित्त वर्ष 2016-17 का रेल बजट गुरुवार को शेयर बाजार में उत्साह का संचार करने में विफल रहा। लगातार तीसरे दिन बाजार में बिकवाली का सिलसिला कायम रहा और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 113 अंक टूटकर 23,000 अंक से नीचे आ गया।इसके अलावा फरवरी माह के डेरिवेटिव अनुबंध के निपटान का आखिरी दिन होने तथा वैश्विक बाजारों में कमजोरी से भी यहां धारणा प्रभावित हुई।

कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया 20 पैसे टूटा जिससे बिकवाली दबाव और बढ़ गया। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज रेलवे का पूंजी व्यय 21 प्रतिशत बढ़ाकर 1.21 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मजबूती के रख के साथ खुला, लेकिन रेल बजट के बाद यह नीचे आना शुरू हुआ। अंत में सेंसेक्स 112.93 अंक या 0.49 प्रतिशत के नुकसान से 22,976 अंक पर आ गया।

इससे पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स में लगभग 700 अंक का नुकसान दर्ज हुआ। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 48.10 अंक या 0.69 प्रतिशत के नुकसान से 7,000 अंक के स्तर से नीचे 6,970.60 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 6,961.40 से 7,034.20 अंक के दायरे में रहा। रेलवे क्षेत्र से संबंधित कंपनियों के शेयर दबाव में रहे। कालिंदी रेल निर्माण का शेयर 9.26 प्रतिशत टूटा। टेक्समैको रेल में 8.78 प्रतिशत, टीटीगढ़ वैगंस में 8.40 प्रतिशत, सिम्प्लेक्स कास्टिंग्स में 8.16 प्रतिशत, स्टोन इंडिया में 5.74 प्रतिशत और बीईएमएल में 4.06 प्रतिशत की गिरावट आई।

इसी तरह का बिकवाली दबाव हिंद रेक्टिफायर्स में भी दिखाई दिया। कंपनी का शेयर 7.69 प्रतिशत टूट गया। केरनेक्स माइक्रोसिस्टम्स के शेयर में 4.89 प्रतिशत का नुकसान रहा। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 21 में नुकसान रहा, 9 लाभ में रहे। अन्य कंपनियाें में एसबीआई, टाटा मोटर्स, गेल, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और मारति के शेयर नुकसान में रहे। वहीं ओएनजीसी, सनफार्मा, एचडीएफसी, कोल इंडिया और सिप्ला के शेयरों में लाभ रहा।