काठमांडू: नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र में उड़ान भरते समय बुधवार को खराब दृश्यता के बीच लापता हुए छोटे विमान का मलबा मिल गया है। यह विमान दुर्घटना का शिकार हो गया था। हादसे में सवार दो विदेशी नागरिकों समेत 23 लोगों की मौत हो गई है। यह जानकारी वहां के पर्यटन मंत्री ने दी है।
गौरतलब है कि तारा एयर का ट्विन-ओट्टर विमान पोखरा हवाईअड्डे से जोमसोम के लिए उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद लापता हो गया था। उड़ान भरने के बाद इस विमान से संपर्क टूट गया था। पोखरा राजधानी काठमांडू के 200 किलोमीटर पश्चिम में स्थित एक रिसॉर्ट कस्बा है। कई लोग हिमालय में ट्रेकिंग की शुरुआत जोमसोम से करते हैं।
इससे पहले, विमानन कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए बयान में कहा था कि तलाश और बचाव अभियान के लिए तीन हेलीकॉप्टर भेजे गए थे। बयान में बताया गया था, प्रस्थान एवं गंतव्य हवाईअड्डों पर मौसम सही था और पोखरा में नियंत्रण टावर ने हवाईअड्डे को प्रस्थान के लिए हरी झंडी दी थी। स्थानीय निवासियों ने बताया था कि उन्होंने दूरदराज के पर्वतीय इलाके में आग लगने और भारी विस्फोट होने की आवाज सुनी थी।
नेपाल में वर्ष 1949 में जब पहला विमान उतरा था, तब से वहां 70 से अधिक विमान एवं हेलीकॉप्टर दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 700 से अधिक लोगों की मौत हुई है। यूरोपीय संघ ने 2013 में सभी नेपाली विमानन कंपनियों पर वहां उड़ान भरने से प्रतिबंध लगा दिया था। नेपाल एयरलाइंस का एक विमान वर्ष 2014 में देश के पश्चिम में बर्फ से ढंके एक पर्वत से टकरा गया था। इस दुर्घटना में 18 लोगों की मौत हो गई थी।
नेपाल की पहाड़ियों में लापता हुए विमान का मलबा मिला, सभी 23 सवारों की मौत
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