ग्वालियर। शहर की हाईप्रोफाइल महिलाओं, प्रसिद्ध महिला डॉक्टर्स को एक वॉट्सएप ग्रुप से जोड़कर रात को पोर्न मूवी भेजने वाले शातिर दिमाग को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपी ने चचेरे भाई से बदला लेने उसके दस्तावेज पर सिम खरीदी और 'पूनम' नाम से वॉट्सएप ग्रुप बनाया। उसने इंटरनेट पर प्रसिद्ध महिलाओं के नंबर जुटाए और हरकत शुरू कर दी। आरोपी भिंड का रहने वाला है। शहर की एक बड़ी लेडीज डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस जांच कर आरोपी तक पहुंची है।
शहर के एक बड़े अस्पताल में प्रतिष्ठित पद पर रह चुकीं एक महिला डॉक्टर ने 14 फरवरी को पुलिस कप्तान हरिनारायणाचारी मिश्र को लिखित शिकायत की थी। इसमें बताया गया था कि एक अनजान नंबर द्वारा पूनम नामक वॉट्सएप ग्रुप संचालित किया जा रहा है। ग्रुप का एडमिन पप्पू नाम का युवक है। उसने 7 दिन पहले मुझे व शहर की कुछ प्रतिष्ठित महिलाओं व डॉक्टर्स को ग्रुप में एड किया।
रात होते ही ग्रुप एडमिन पोर्न वीडियो, मैसेज पोस्ट करने लगा। जब मैंने और अन्य महिलाओं ग्रुप से बाहर निकलना चाहा, तो एडमिन ने पर्सनल नंबर पर पोर्न वीडियो भेजना शुरू कर दिए। यह शिकायत मिलते ही एसपी श्री मिश्र ने मामले की जांच आईटी सेल को सौंपी।
फर्जी नाम पर निकली सिम
पुलिस ने आरोपी के नंबर को ट्रेस किया तो वह भिंड निवासी किशन भदौरिया के नाम निकला। पुलिस उसके घर तक पहुंची तो पता लगा कि वह पुणे में जॉब करता है। बात करने पर पता लगा कि उसने कभी कोई सिम नहीं खरीदी। अब साफ हो गया कि फर्जी दस्तावेज पर सिम खरीदी गई है। इसके बाद पुलिस ने नंबर को सर्विलांस पर लगाया। तब असली आरोपी शिवशंकर भदौरिया निवासी जामना गांव भिंड तक पहुंची। बुधवार दोपहर उसे हिरासत में ले लिया गया है। उसके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया गया है।
भाई को फंसाने की हरकत
आरोपी शिवशंकर की पत्नी शिक्षिका है। आरोपी अपने चचेरे भाई किशन से नफरत करता है। वह उसके जॉब करने से जलता था। उसने उसे फंसाने के लिए उसके दस्तावेज चोरी कर यह सिम खरीदी और पूनम नाम से ग्रुप बनाया।
हाईप्रोफाइल महिलाओं, डॉक्टरों को ग्रुप में जोड़ भेजे अश्लील वीडियो
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