ग्वालियर। एमबीबीएस की 10 सीटे बढ़ाए जाने के बाद पूरक निरीक्षण पर आई एमसीआई की टीम शुक्रवार को तमाम रिकॉर्ड जमा कर रात 3 बजे रवाना हो गई है। ऐसे में जीआर मेडिकल कॉलेज में देर रात तक टीम को दस्तावेज उपलब्ध कराने में प्रबंधन जुटा रहा। हॉस्टल एवं फैकल्टी को लेकर जो कमियां रह गई है वह कॉलेज प्रबंधन के लिए परेशानी का सबब बन सकती हैं, हालांकि निरीक्षण में क्या पाया गया है इसका खुलासा तो एक माह बाद रिपोर्ट आने पर ही हो सकेगा।
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के तीन सदस्यीय दल में शोलापुर महाराष्ट्र के कोर्डियोलॉजिस्ट डॉ एस वर्मा, एसएन मेडिकल कॉलेज बडोदरा के डॉ ए चतुर्वेदी एवं विजयवाड़ा से डॉ उषा रानी शामिल थी। टीम ने जीआर मेडिकल कॉलेज में हैंडआउट जमा करने के बाद जयारोग्य अस्पताल की ओपीडी एवं कमलाराजा अस्पताल का भी निरीक्षण किया। टीम का फोकस उन कमियों पर था जिनको दुरूस्त करने को लेकर सितंबर 2015 के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए गए थे। हॉस्टल और प्रोफेसरों की कमी की समस्या का अब तक समाधान नहीं हो सका है। ऐसे में कॉलेज प्रबंधन के लिए यह कमियां फिर से परेशानी का कारण बन सकती हैं। टीम शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात 3 बजे रवाना हुई है। हालांकि टीम किस हद तक संतुष्ट हुई है इसका खुलासा एक माह बाद एमसीआई की रिपोर्ट आने पर ही हो सकेगा।
एमसीआई की टीम रवाना, 1 माह बाद आएगी रिपोर्ट
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