इंदौर। मप्र लोक सेवा आयोग अप्रैल में होने वाली मुख्य परीक्षा के शेडयूल में किसी तरह का बदलाव नहीं करेगा। इससे फाईनल ईयर में पढ़ाई करने वाले हजारों विद्यार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकेंगे।

पीएससी-2015 की प्रारंभिक परीक्षा 24 जनवरी को हुई थी। इसमें फाईनल ईयर में पढ़ाई कर रहे हजारों विद्यार्थी शामिल हुए थे। इन्हें उम्मीद थी कि फाईनल ईयर की परीक्षा होने के बाद ही आयोग मुख्य परीक्षा करवाएगा लेकिन मुख्य परीक्षा 12 अप्रैल को ही करवाई जा रही है।

पीएससी इसका विज्ञापन जारी कर चुका है और अब किसी भी तरह के बदलाव करने का इरादा भी आयोग का नहीं है। वैसे यदि समय से पीएससी 2015 की परीक्षाएं हो जाती तब भी इस साल फाइनल ईयर में पढ़ने वाले विद्यार्थी एग्जाम में शामिल होने के लिए पात्र नहीं होते।

बिगड़े शेडयूल को सुधारने की कोशिश

दरअसल लोक सेवा आयोग अपने बिगड़े शेडयूल को सुधारने के लिए सभी परीक्षाएं जल्दी-जल्दी करवा रहा है। 2015 की परीक्षाएं 2016 में हो रही हैं। इसलिए अब आयोग बिगड़े ढररे को सुधारना चाहता है। 2017 तक शेडयूल ऐसा कर दिया जाएगा कि इसके बाद सभी परीक्षाएं समय पर ही होंगी। पिछले कुछ सालों से एग्जाम शेडयूल बुरी तरह बिगड़ा है।

इस साल की परीक्षा में शामिल हो पाएंगे

फाईनल ईयर में पढ़ने वाले विद्यार्थी भले ही 2015 की मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं हो पा रहे हों लेकिन वे 2016 की प्रारंभिक परीक्षा व मुख्य परीक्षा में शामिल हो पाएंगे। पीएससी मार्च में 2016 का शेडयूल जारी करने वाला है। 2017 का शेडयूल भी इसी साल जारी कर दिया जाएगा।

अधिकारियों का कहना है कि यदि 2015 की परीक्षाएं समय पर हो जाती तब भी इस साल फाईनल ईयर वाले विद्यार्थी उसमें शामिल नहीं हो पाते। इन्हें 2016 में शामिल होने का मौका मिल ही रहा है। ऐसे में विद्यार्थियों का नुकसान होने जैसी कोई बात नहीं है।

मेम्बर कम, चार माह चलेंगे इंटरव्यू

आयोग के पास इस बार दो ही मेम्बर हैं, इसलिए पीएससी 2013 के इंटरव्यू इस बार चार माह तक चलेंगे। 29 फरवरी से इंटरव्यू शुरू होने जा रहे हैं। आयोग के पास दो सदस्य हैं। एक सदस्य के साथ पांच से छ सदस्यों का बोर्ड तैयार किया गया है।

बोर्ड में आयोग के सदस्य का होना जरूरी है इसलिए दो ही बोर्ड बन पा रहे हैं। फरवरी से शुरू होने वाले इंटरव्यू जून तक चलेंगे। इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी होने के एक सप्ताह के बाद नतीजे जारी कर दिए जाएंगे। बोर्ड एक दिन में 15 से 20 कैंडीडेटस के इंटरव्यू करेगा। लगभग 2200 कैंडीडेटस इंटरव्यू के लिए क्वालिफाई हुए हैं।

मार्च में तो परीक्षाएं ही होंगी

अब इस साल फाईनल ईयर में पढ़न वाले विद्यार्थी 2015 की मुख्य परीक्षा में तो शामिल हो ही नहीं सकेंगे। मार्च तक को छटवें सेमेस्टर की परीक्षाएं ही चलेंगी। नतीजे मई-जून तक आ पाएंगे। सिर्फ देअविवि के ही अंतर्गत होने वाली फाईनल ईयर की परीक्षाओं में 40 हजार से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे।

ऐसे में कॉपीयां की जांच में दो से तीन माह लगना सामान्य बात है। कुल मिलाकर फाईनल ईयर के जिन विद्यार्थियों ने प्रारंभिक परीक्षा दी थी, ओर उत्तीर्ण हो जाते हैं तो उन्हें घोर निराशा का सामना करना पड़ेगा। हालांकि उनके सामने इस साल दो मौके पीएससी परीक्षाओं में शामिल होने के रहेंगे।

इंटरव्यू के साथ करना होगी परीक्षा की तैयारी

मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले ऐसे विद्यार्थी जो इंटरव्यू के लिए भी चयनित हुए हैं, उन्हें मुख्य परीक्षा व इंटरव्यू दोनों की तैयारी एक साथ करना होगी। अप्रैल में मुख्य परीक्षा है, ओर इसी दौरान इंटरव्यू भी चलेंगे। बिगड़े ढररे को सुधारने की कवायद में मौजूदा विद्यार्थियों के सामने भी आयोग ने चुनौतियां खड़ी कर दी हैं।

बदलाव संभव नहीं

मैन्स 2015 के शेडयूल में बदलाव संभव नहीं है। इस साल फाईनल ईयर में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के पास दो मौके पीएससी परीक्षाओं में शामिल होने के होंगे। हमें बिगड़े ढर्रे को सुधारने के लिए कुछ सख्त निर्णय लेना ही होंगे।