ग्वालियर। शराब कारोबारी शिवहरे ग्रुप पर आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई में जब्त दस्तावेजों की जांच का काम रविवार को भी जारी रहा। अन्य राज्यों से आई जानकारी के बाद सीज किए गए लॉकरों की संख्या 20 हो गई है। सीज लॉकरों में 7 सिर्फ ग्वालियर में रहने वाले सदस्यों के हैं।

इन लॉकरों को जब्त दस्तावेजों की जांच के बाद खोला जाएगा। बड़ी रकम की उम्मीद विभाग के अधिकारियों के अनुसार पूरे ग्रुप के सदस्यों के घरों व दफ्तरों से 2.40 करोड़ ही मिले हैं। ऐसे में उम्मीद है कि पूरे ग्रुप के जो 20 लॉकर सीज किए गए हैं,उन्हें खोलने पर मोटी रकम मिन सकती है।

प्रॉपर्टी में ज्यादा निवेश प्राथमिक जांच में अब इस बात का खुलासा होता जा रहा है कि ग्रुप के ज्यादातर सदस्यों ने अपना पैसा प्रॉपर्टी में लगाया है। प्रॉपर्टी में इन्वेंस्टमेंट बड़े शहरों तक सीमित नहीं है। शिवपुरी में भी बड़ी रकम प्रॉपर्टी में लगाई गई है।विभाग के अधिकारियों ने फिलहाल यह स्पष्ट नहीं किया है कि प्रॉपर्टी पर कितनी रकम लगाइ गई है।

शिक्षा में भी लगाया पैसा

शराब कारोबारियों ने प्रॉपर्टी के बाद दूसरे नंबर पर शिक्षा संस्थान खड़े करने में पैसा लगाया है। ग्वालियर में एक कॉलेज के अलावा इंदौर में भी दो शिक्षा संस्थान हैं। इन शिक्षा संस्थानों की आय की स्थिति ज्यादा बेहतर नहीं मिली है। छात्रों की प्रवेश संख्या कम होने से यह मोटी कमाई का जरिया नहीं बन सका है।