मुंबई: टीम इंडिया के वनडे और टी-20 टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को खुशी है कि देश के टॉप स्पिनर रविचंद्रन अश्विन खराब फॉर्म से उबर गए हैं और भारतीय क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा बन गए हैं.
सीमित ओवरों के मैचों के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने से पूर्व धोनी ने अश्विन की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘अश्विन समझदार क्रिकेटर है. उसके प्रदर्शन में गिरावट आई थी और काफी चीजें करने की कोशिश करने के लिए उसकी आलोचना हो रही थी लेकिन मुझे खुशी है उसने वापसी की है. मैंने उसे सभी स्थानों पर इस्तेमाल किया है- पहले 10 ओवर में या फिर डेथ ओवरों में. मेरे लिए अच्छा यह है कि जब तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हो तो वह मेरे लिए चीजें आसान कर देता है. मैं उस पर निर्भर रहता हूं. वह शानदार है.’’
धोनी ने कहा कि उपमहाद्वीप के बाहर स्पिनर के एक स्थान के लिए तीन स्पिन ऑलराउंडरों अश्विन, रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल के बीच मुकाबला होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘अश्विन हमारा शीर्ष स्पिनर है और जडेजा का वापस आना अच्छा है. दो स्पिन ऑलराउंडर एक स्थान के लिए चुनौती पेश करेंगे. अक्षर ने भी घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है.’’ घुटने के आपरेशन के बाद लंबी रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजरकर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की वापसी का भी धोनी ने स्वागत किया. लेकिन उन्होंने कहा कि इस तेज गेंदबाज पर पड़ने वाले भार पर नजर रखनी होगी.
धोनी ने कहा, ‘‘सीम के अनुकूल हालात में शमी काफी अच्छा गेंदबाज है. उसने अपने रिहैबिलिटेशन पर कड़ी मेहनत की है और घरेलू क्रिकेट खेला. हम देखना होगा कि आगामी विश्व टी20 को देखते हुए वह अपने काम के बोझ से कैसे निपटता है.’’ धोनी संतुष्ट हैं कि भारत में होने वाले विश्व टी20 से पहले भारत ऑस्ट्रेलिया में तीन टी20 मैच खेलेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया की टीम प्रतिस्पर्धी है. जब आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हो तो आपको अधिक अनुभव हासिल होता है. टीम में कुछ युवाओं के होने से उनके प्रदर्शन को देखना रोमांचक होगा.’’ वनडे टीम में सुरेश रैना को जगह नहीं मिली है और धोनी ने कहा कि गुरकीरत सिंह मान या मनीष पांडे वनडे में खेलेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘एक युवा खिलाड़ी गुरकीरत या मनीष पांडे को पांच, छह या सातवें नंबर पर खेलने का मौका मिलेगा. हमारे पास चार काफी अच्छे शीर्ष क्रम के बल्लेबाज (धवन, रोहित, कोहली और रहाणे) हैं. किसी भी बल्लेबाज के लिए छठा और सातवां स्थान सबसे मुश्किल है.’’ धोनी का मानना है कि सर्कल के बाहर एक अतिरिक्त क्षेत्ररक्षण के होने से टीमों के लिए अंतिम 10 ओवर में ताबड़तोड़ रन जुटाना मुश्किल हो गया है और अब अंतिम 10 ओवर में लक्ष्य का पीछा करते हुए 80 से अधिक रन बनाना भी आसान नहीं है.
धोनी ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुए विश्व कप में भारत के अच्छे प्रदर्शन को याद किया जहां टीम सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी जो बाद में चैम्पियन बना था. उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार जब हम ऑस्ट्रेलिया में थे तो विश्व कप में सेमीफाइनल के अलावा बाकी टूर्नामेंट में हमारी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया था. ऑस्ट्रेलिया की टीम अच्छी है इसलिए सामंजस्य बैठाने के लिए कुछ समय लगता है. यह नये खिलाड़ियों के लिए अच्छा मौका है कि वे घरेलू क्रिकेट से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कैसे जगह बनाते हैं.’’ टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके धोनी ने कहा कि लंबे ब्रेक से उन्हें तरोताजा होने में मदद मिली.
खुशी है कि अश्विन ने शानदार फॉर्म में वापसी की: धोनी
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