नई दिल्ली: सरकार ने सेंसर बोर्ड को चुस्त-दुरुस्त करने पर गौर के लिए मशहूर फिल्मकार श्याम बेनेगल की अगुवाई में एक समिति बनाई है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) या सेंसर बोर्ड को नया रूप देने की योजना के साथ अमेरिका जैसे दूसरे देशों में अपनाए गए मॉडलों पर भी ध्यान देने की योजना पर विचार चल रहा है।

मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय सीबीएफसी के कामकाज का जायजा लेने के साथ इस बात पर भी ध्यान देगा कि अमेरिका और दूसरे देश जहां यह प्रक्रिया स्वैच्छिक प्रवृति की है, वहां फिल्मों को कैसे रेटिंग दी जाती है।

एक दूसरे अधिकारी ने कहा कि मंत्रालय एक उदार रचनात्मक माहौल के पक्ष में है लेकिन वह इस बात को लेकर भी सजग है कि एक रूपरेखा भी होनी चाहिए ताकि दूसरे देशों के साथ दोस्ताना संबंधों को प्रभावित करने की क्षमता रखने वाली या राष्ट्रहित के खिलाफ फिल्मों को प्रदर्शन की मंजूरी ना मिले।

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा हम प्रमाणन प्रक्रिया में सुधार की योजना बना रहे हैं और जल्द ही कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की जाएंगी।

अधिकारी ने हालांकि कहा कि मंत्रालय हस्तियों की बजाए पूरी प्रक्रिया पर ध्यान दे रहा है। कल सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरूण जेटली ने कहा था कि सेंसर बोर्ड के कामकाज की समीक्षा करने का ‘समय आ गया है।’ उन्होंने कहा था कि वह सेंसर बोर्ड को ‘विवाद मुक्त’ देखना चाहते हैं और इस संगठन की भविष्य की भूमिका क्या हो, इसे लेकर कुछ विशेषज्ञों के साथ वह विषय पर चर्चा कर रहे हैं।