जबलपुर। ठंड से एक बार फिर महाकोशल-विंध्य कांप रहा है। दिनभर चल रही शीतलहर से लोग ठिठुरते रहे। शनिवार को मंडला जिले के कान्हा नेशनल पार्क में पारा 0 डिग्री पर रहा, यहां पेड़ -पत्तियों पर ओस जम गई। इसी तरह डिंडौरी और अमरकंटक में 1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं डिंडौरी जिले के अमरपुर में बिछौनी बाई (65) की ठंड से मौत होने की खबर है। मंडला जिले के कान्हा नेशनल पार्क में कीसली जोन में 0 डिग्री पारा हो जाने से पेड़ पत्तियों घास में जमी ओस जम गई। शहर में दिन में घना कोहरा छाया रहा, दिनभर शीतलहर चलती रही।

शहडोल में शनिवार को 1.2 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा। दिनभर ठिठुरन भरी ठंड से आम जन जीवन परेशान रहा। हालांकि धूप तेज थी इसके बावजूद ठंड में कोई कमी नहीं आई। दिन भी सर्द कटनी में रात के बाद दिन भी सर्द हो गया है। शनिवार को पारा 2 डिग्री नीचे गिर गया। शहर में लोग दिनभर ठिठुरते रहे। शहर में शाम होने के पहले अलाव जल जाते हैं। डिंडौरी में पारा 1 डिग्री रह गया। दिनभर शीतलहर चलने से लोगों को धूप का भी सहारा नहीं मिल सका। वहीं जिले के 30 किमी दूर अमरपुर में बिछौनी बाई (65) की ठंड से मौत होने की खबर है।

लेकिन डॉक्टर व पुलिस इस बात की पुष्ठि नहीं कर रहे हैं। जबकि गांव के लोग मौत का कारण बीमारी से होना बता रहे हैं। अलाव की व्यवस्था अनूपपुर के अमरकंटक में मौसम ठंडा रहा। शनिवार को तापमान 1 डिग्री पर पहुंच गया। उमरिया में दिन में भी कड़ाके की ठंड रही। सतना में लोग कंपकंपाते रहे, शाम को ठंड तेजी से बढ़ी जिससे सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। दमोह में पारा रोज गिरता जा रहा है। सुबह से लगातार शीतलहर चलने का दौर जारी रहा। नगरपालिका ने अनेक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था करवा दी है। बालाघाट में 24 घंटे से जिले में सर्द हवाओं का क्रम जारी है।

बादलों के छटने के बाद गलन बढ़ी है। जिससे आमजन जीवन खासा प्रभावित हो गया है। वनांचल बैहर, बिरसा, परसवाड़ा ,लांजी,किरनापुर में ठंड से लोगों की दिनचर्या बदल गई है। फसल प्रभावित नरसिंहपुर में शीतलहर से नर्मदा तटीय क्षेत्रों में तुअर की फसल को तुषार लगने का अंदेशा भी हो गया है। बरमान नर्मदा तट के आसपास कछार में लगी भटे की फसल भी प्रभावित हुई है। शुक्रवार रात कई स्थानों पर कोहरा भी रहा, जिससे सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ा। रीवा में दोपहर में भी सर्द हवाओं के चलते ठंड से राहत नहीं मिली। जबकि शाम को लोग गर्म कपड़ों के साथ ही आग का भी सहारा लेते देखे गए।