पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बीजेपी से सस्पेंड किए गए सांसद कीर्ति आजाद ने अब मार्गदर्शक मंडल का दरवाजा खटखटाया है. गुरुवार देर शाम दिल्ली पहुंचे आजाद ने कहा कि उन्होंने कोई पार्टी विरोधी काम नहीं किया है और निलंबन के खिलाफ प्रधानमंत्री से मिलकर अपनी बात रखेंगे. उन्होंने कहा, 'पीएम से मिलने के लिए मैं शुक्रवार को PMO में फोन करूंगा और वक्त मांगूंगा.'

सूत्रों के अनुसार कीर्ति ने इस मामले को वरिष्ठ नेताओं तक पहुंचाया था. उसके बाद गुरुवार दिन में लालकृष्ण आडवाणी मुरली मनोहर जोशी से मिले और यशवंत सिन्हा तथा शांता कुमार भी मौजूद थे. तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई. वित्त मंत्री अरुण जेटली पर डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले कीर्ति आजाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करके अपना पक्ष रखेंगे. उन्होंने बताया कि वह मार्गदर्शक मंडल के नेताओं से मिलेंगे. गुरुवार को वह किसी से भी मुलाकात नहीं करेंगे.

बीजेपी ने कीर्ति आजाद को बुधवार को पार्टी से सस्पेंड किया था. आजाद को निलंबित किए जाने के बाद पार्टी में सियासी घमासान तेज हो गया. गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच मुलाकात का सिलसिला चला तो वहीं, इस बात की सुगबुगाहट भी सामने आई कि वरिष्ठ नेता जेटली के खिलाफ जांच के पक्ष में हैं.

कीर्ति आजाद बोले- 'नहीं है जानकारी'
अहमदाबाद में कीर्ति आजाद ने कहा कि उन्हें पार्टी की ओर से लिए गए किसी भी एक्शन की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, 'मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.'

दिल्ली में मार्गदर्शक मंडल की बैठक
गुरुवार दिन में लाल कृष्ण आडवाणी मुरली मनोहर जोशी के घर पहुंचे. यशवंत सिन्हा और शांता कुमार भी वहां मौजूद थे. माना जा रहा है कि कीर्ति को निलंबित किए जाने के मुद्दे पर चारों दिग्गज नेताओं के बीच बातचीत हुई. सूत्रों के मुताबिक पार्टी के मार्गदर्शक मंडल में शामिल आडवाणी और जोशी के साथ-साथ ये नेता भी चाहते हैं कि जेटली के खिलाफ डीडीसीए को लेकर लगे आरोपों की जांच कराई जाए. हालांकि ये नेता पार्टी के फोरम पर ही ये मुद्दा उठाएंगे.

डीडीसीए में कथित गड़बड़ियों को लेकर कीर्ति लंबे समय से अरुण जेटली के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं. बीते दिनों भी कीर्ति आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जेटली के खिलाफ आरोप दोहराए थे और एक स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो भी जारी किया था. पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि 1999 से लेकर 2013 तक वित्त मंत्री अरुण जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे और उनके कार्यकाल के दौरान काफी अनियमिताएं और भ्रष्टाचार हुआ.

जेटली के खिलाफ जांच चाहता है वरिष्ठ नेतृत्व
सूत्रों से जानकारी मिली है कि बीजेपी के ये वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के मामले में जांच चाहते हैं. वो चाहते हैं कि अरुण जेटली के खिलाफ जांच कमिशन नियुक्त की जाए. माना जा रहा है कि जेटली के खिलाफ जांच बिठाई जा सकती है. कीर्ति आजाद ने पार्टी के मार्गदशक मंडल से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की थी. उन्होंने कहा, 'मार्गदर्शक मंडल और वरिष्ठ नेताओं को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए.
कीर्ति ने पीएम पर भी दागे सवाल
कीर्ति ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपने निलंबन की वजह पूछी है. उन्होंने कहा, 'मैं पीएम नरेंद्र मोदी से कहना चाहता हूं कि उन्हें सामने आकर सामने आकर बताना चाहिए कि मेरा कसूर क्या है. मैं जानना चाहता हूं कि क्या मुझे इसलिए निलंबित किया गया है कि मैंने डीडीसीए में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है. क्या मुझे इसलिए निलंबित किया गया है कि मैंने बीसीसीआई में भी भ्रष्टाचार के अन्य मामलों में आवाज उठाई थी. मैं उचित जवाब चाहता हूं. पार्टी को साफ करना चाहिए कि मैंने किनके साथ सांठ-गांठ की है.'