भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अध्यापक संवर्ग को नये वर्ष का तोहफा देते हुए उन्हें 01 जनवरी 2016 से छठा वेतनमान देने की घोषणा की है। इससे प्रदेश के एक लाख 84 हजार अध्यापक लाभान्वित होंगे। इससे सरकार के ऊपर 1125 करोड़ रूपये का अतिरिक्त वित्तीय भार आयेगा।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को मुम्बई में अध्यापकों के वेतनमान के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2004 के बाद भावी पीढ़ी का निर्माण करने वाले शिक्षकों की राज्य सरकार ने भरपूर चिंता की। पूर्व में संविदा पर रखे गये शिक्षकों को पहले अध्यापक बनाया और फिर उनका विधिवत अध्यापक संवर्ग बनाया गया। राज्य सरकार ने उनके वेतन और मानदेय में निरंतर वृद्धि की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें यह कहते हुए खुशी है कि इसके बेहतर परिणाम सरकार को मिले हैं। आज सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थी बड़ी संख्या में आई.आई.टी.और आई.आई.एम. जैसी प्रतिष्ठापूर्ण अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इसके लिये कर्त्तव्यनिष्ठा से सरकारी स्कूलों के बच्चों को पढ़ाने वाले अध्यापकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कम वेतनमान और मानदेय मिलने के बाद भी अध्यापकों ने पूरी मेहनत से बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं में भी सरकारी स्कूलों के परिणामों में काफी सुधार आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सरकार का यह दायित्व है कि वह अध्यापकों की चिंता करे। इसलिये सरकार ने यह निर्णय लिया है कि अध्यापक संवर्ग को छठवां वेतनमान जो पूर्व में 01 सितम्बर 2017 से दिया जाना था वह अब 01 जनवरी 2016 से दिया जायेगा।
अध्यापक संवर्ग को अगले वर्ष 1 जनवरी से मिलेगा छठा वेतनमान
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