नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच असैन्य परमाणु करार हो गया है। इस समझौते के बाद अब भारत को ऑस्ट्रेलिया से यूरेनियम की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। आज पीएम नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम टोनी एबोट के बीच परमाणु सहित चार अहम क्षेत्रों में समझौते हुए। इनमें शिक्षा, खेल और विज्ञान भी शामिल है।

संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे भारत-ऑस्ट्रेलिया के संबंध और मजबूत होंगे। विकास में ऑस्ट्रेलिया का अहम योगदान है। मोदी ने कहा कि वह इसी साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेंगे। वहीं एबोट ने भी भारत के साथ मजबूत संबंधों की बात कही।

इससे पहले आज दिल्ली में एक सम्मेलन में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने भारत के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में परमाणु ईंधन यूरेनियम की आपूर्ति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए आज शाम भारत के साथ परमाणु करार पर हस्ताक्षर करने का एलान किया था।

एबोट ने दोपहर बाद उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से भी मुलाकात की थी। दोनों देशों के बीच कृषि क्षेत्र में उद्यानिकी फसल संवर्धन पशु टीकाकरण संकरण, फसल सुरक्षा जैसे क्षेत्रों और कृषि अनुसंधान में सहयोग को लेकर एक सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

सम्मेलन में एबोट ने शाम को मोदी के साथ पहली द्विपक्षीय मुलाकात को लेकर उत्साह दिखाते हुए कहा कि मोदी और वह दोनों चाहते हैं कि उन्हें इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रधानमंत्री के रूप में जाना जाए। उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि उनकी यात्रा से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मित्रता को नई ऊर्जा मिलेगी।