वाशिंगटन : रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सभी मुसलमानों के अमेरिका प्रवेश पर रोक लगाने के डोनाल्ड ट्रंप के विवादास्पद बयान पर बचते हुए कहा कि भारत में हम सभी घुल-मिलकर रहते हैं और हम समुदायों को संदेह की नजर से नहीं देखते।

पर्रिकर से जब कैलीफोर्निया की गोलीबारी के संदर्भ में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दावेदारी की दौड़ में आगे चल रहे रिपब्लिकन नेता के बयान के बारे में एक अमेरिकी पत्रकार ने सवाल किया तो उन्होंने हंसते हुए कहा, 'मैं समझता हूं कि मुझसे किये गए आपके सवाल में परमाणु बम की जैसी क्षमता है।'

ट्रंप के बयान का सीधा समर्थन करने या निंदा करने से दूर रहते हुए पर्रिकर ने कहा, 'भारत में हम समुदायों को संदेह की दृष्टि से नहीं देखते। अमेरिका में क्या कहा गया, मैं उस पर टिप्पणी नहीं करूंगा लेकिन जहां तक भारत की बात है तो दुनिया में हमारे यहां मुसलमानों की दूसरी सबसे अधिक जनसंख्या है और हम सभी घुलमिलकर रहते हैं। हम मानते हैं कि हरेक को समान अवसर और समान अधिकार हैं।

पर्रिकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष एश्टन कार्टर के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'हां, हो सकता है कि कहीं कुछ चरमपंथ, कट्टरपंथ हो, लेकिन वह इतना कम है कि उसके लिए समाज के कुछ समुदायों से भिन्न तरह से बर्ताव नहीं किया जा सकता। यह पेंटागन में संवाददाताओं के साथ किसी भारतीय रक्षा मंत्री का पहला संवाद था।

मंगलवार को विवादास्पद व्यवसायी ट्रंप ने कैलीफोर्निया नरसंहार के आलोक में अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर पूर्ण पाबंदी का आह्वान किया था। उनके इस विभाजनकारी बयान की दुनियाभर में कड़ी निंदा हुई थी और उनकी अपनी ही पार्टी के प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों और व्हाइट हाउस ने भी निंदा की थी।

ट्रंप ने आह्वान किया था कि जब तक हमारे देश के प्रतिनिधि इस बात का आकलन न कर लें कि क्या चल रहा है तब तक अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर पूर्ण रोक लगा दी जाए। पर्रिकर ने कार्टर से इससे पहले अहम रक्षा, क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर बातचीत की।