कानपुर : कोहरे के कारण विलंब से चल रही ट्रेन में एक बच्चे के भूखे होने की ट्विटर पर सूचना मिलने के बाद रेल मंत्री ने पहले तो फतेहपुर जिले में उसके लिए दूध का इंतजाम करवाया और फिर ट्रेन के कानपुर पहुंचने पर रेलवे के अधिकारियों ने पांच साल के इस बच्चे को दूध के साथ बिस्किट और पानी भी दिया।

इलाहाबाद में उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि कल बनारस के महुआडीह स्टेशन से दिल्ली जा रही 12591 महुआडीह नई दिल्ली सुपर फास्ट एक्सप्रेस मे देवरिया निवासी कुसुम यादव अपने पांच साल के बच्चे अवीश के साथ अपने पति के पास दिल्ली जा रही थी। कोहरे के कारण ट्रेन विलंब से चल रही थी और बच्चा अवीश भूख से बेहाल था। कुसुम ने बहुत कोशिश की लेकिन बच्चे को दूध न मिल पाया। तब उसने अपने पति सत्येंद्र यादव को फोन पर बच्चे की परेशानी बताई जिन्होंने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर इसकी सूचना दी।

रेल मंत्री ने तुरंत इस बात की जानकारी इलाहाबाद में एनसीआर के डीआरएम को दी जिन्होंने फतेहपुर जिले के रेलवे स्टेशन को सूचना दी। फतेहपुर में स्टेशन मास्टर ने बच्चे को दूध उपलब्ध कराया। तब तक यह खबर कानपुर रेलवे स्टेशन के अधिकारियों को मिल चुकी थी। दोपहर बाद जब ट्रेन कानपुर पहुंची तो वहां रेलवे स्टेशन पर अधिकारी बच्चे के लिये दूध, पानी की बोतलें और बिस्कुट लेकर मौजूद थे। इन लोगों ने ट्रेन के एस 7 कोच की 16 नंबर सीट पर बैठी कुसुम को यह सामान दिया। कुसुम ने रेल अधिकारियों को शुक्रिया कहा।

मालवीय ने बताया कि कोहरे के कारण लगभग सभी ट्रेनें विलंब से चल रही हैं इसलिये रेलवे ने उन ट्रेनों को कुछ बड़े रेलवे स्टेशनों पर 10 मिनट का अतिरिक्त ठहराव देने की व्यवस्था की है जिनमें पैंट्री कार नहीं है। अतिरिक्त ठहराव से यात्री रेलवे स्टेशन पर उतर कर खाने पीने का सामान खरीद सकेंगे।