इस्लामाबाद: अफगान सम्मेलन में शिरकत के लिए पाकिस्तान पहुंची भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस्लामाबाद में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद वह अपने पाकिस्तानी समकक्ष सरताज अजीज के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगी।

अतिवादियों को नहीं मिले सुरक्षित पनाहगार
इससे पहले, सुषमा स्वराज ने इस्लामाबाद में चल रहे हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में अफगानिस्तान में आतंकवाद के तेजी से बढ़ने की बात कहते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहा कि सुनिश्चित किया जाए कि अतिवादी ताकतें किसी भी ‘नाम या स्वरूप' में सुरक्षित पनाहगार हासिल नहीं करें। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लगातार समर्थन की जरूरत है और भारत अपनी तरफ से अफगानिस्तान की सरकार के साथ काम करने को तैयार है ताकि उसकी रक्षा क्षमता मजबूत हो।

सुषमा ने कहा कि आतंकवादियों ने क्षेत्र पर कब्जा करने का लगातार प्रयास किया है जो याद दिलाता है कि वे बदले नहीं हैं। सुषमा ने कहा, यह हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि सुनिश्चित करें कि आतंकवादी और अतिवादी ताकतें किसी भी नाम या स्वरूप में सुरक्षित पनाहगार हासिल नहीं करें। अफगानिस्तान का नजदीकी होने के नाते इस मामले में हमारी विशेष जवाबदेही है। आतंकवादी ताकतों से मुकाबला करने में अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों और देश के लोगों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान की ‘‘रक्षा क्षमता’’ मजबूत करने के लिए उसके साथ काम करने को तैयार है।

सुषमा ने साथ ही पाकिस्तान, अफगानिस्तान और दूसरे एशियाई देशों को भारत आने का निमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा कि मैं अगले साल आप सब लोगों का भारत में स्वागत करना चाहती हूं।

क्रिकेट सीरीज को लेकर असमंजस होगा दूर
साथ ही दोनों देशों के बीच क्रिकेट सीरीज को लेकर बनी असमंजस भी आज की बातचीत के बाद दूर होने की उम्मीद है। इससे पहले मंगलवार शाम इस्लामाबाद पहुंचने पर सुषमा ने कहा कि मैं इस संदेश के साथ आई हूं कि दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध होने चाहिए और आगे बढ़ने चाहिए। वहीं सरताज अजीज ने भी सकारात्मक बातचीत की उम्मीद जताई है। हाल ही में बैंकॉक में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाक़ात के बाद सुषमा के यह दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर होने चाहिए
अपने दो दिवसीय दौरे पर इस्लामाबाद पहुंचीं सुषमा ने कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर होने चाहिए और वह द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के रास्ते तलाशने के लिए पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगी। उन्होंने कहा, मैं इस संदेश के साथ आई हूं कि दोनों देशों के बीच संबंध अच्छे होने चाहिए और आगे बढ़ने चाहिए। विदेश मंत्री का यह दौरा भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बीते रविवार को बैंकॉक में मुलाकात के बाद हो रहा है।