इस्लामाबाद : बैंकॉक में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की वार्ता के बाद अब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मंगलवार को पाकिस्तान जाएंगी। वे हार्ट ऑफ एशिया इस्तांबुल प्रोसेज में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद जाएंगी। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए 14 देशों की इस पहल में भाग लेने के लिए स्वराज को आधिकारिक रूप से निमंत्रण भेजा था।

गौर हो कि सुषमा की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रिश्तों में बना गतिरोध टूटने की उम्मीद की जा रही है। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पाकिस्तान के नए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल नासिर खान जन्जुआ के बीच रविवार को बैंकॉक में हुई बैठक में दोनों देशों के विदेश सचिव भी मौजूद थे। अगस्त में दोनों देशों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता स्थगित हो गई थी जिसके लिए दोनों देशों ने एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया था।

अफगानिस्तान पर क्षेत्रीय सम्मेलन में शिरकत करने के लिए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार को पाकिस्तान की यात्रा पर जाना तय है। अफगानिस्तान पर क्षेत्रीय सहयोग को लेकर चर्चा के लिए पाकिस्तान नौ दिसंबर को एक मंत्रीस्तरीय सम्मेलन की सह-मेजबानी कर रहा है। इस बैठक में लगभग 27 देशों के प्रतिनिधियों के भाग लेने का अनुमान है। पाकिस्तान ने इस बैठक में शामिल होने के लिए भारत समेत कई देशों के विदेश मंत्रियों को आमंत्रित किया है।

विदेश कार्यालय के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पेरिस में संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच संक्षिप्त बातचीत होने के बाद इस क्षेत्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए सुषमा के पाकिस्तान जाने की संभावना प्रबल हो गई।

इस कार्यक्रम में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के भी भाग लेने की उम्मीद है। मंत्री स्तरीय इस पांचवीं बैठक की मेजबानी संयुक्त रूप से पाकिस्तान और अफगानिस्तान करेंगे। कार्यक्रम में चीन, ईरान, अजरबैजान, कजाखस्तान, किर्गिज्स्तान, रूस, तुर्की, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात और तुर्कमेनिस्तान के प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे।