इंदौर : सीएम शिवराज सिंह चौहान योजनाओं की हकीकत जानने के लिए सोमवार को खाटला बैठक करने झाबुआ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने लोगों से सीधा संवाद करते हुए रतलाम उपचुनाव में मिली हार के बारे में भी बात की.
बतौर सीएम 10 साल पूरे करने पर जनसंवाद के लिए सीएम पत्नी साधना सिंह के साथ झाबुआ के भगौर गांव पहुंचे. यहां पर उन्होंने ग्रामीणों से बात कर मौके पर ही उनकी समस्याएं जानीं और उनके निदान करने के लिए अधिकारियों को आदेश दिए.
इस दौरान उन्हें एक बुजुर्ग आदिवासी महिला ने आवेदन देकर विधवा पेंशन पांच सौ रुपए और बढ़ाने की मांग की, इस पर मुख्यमंत्री ने महिला को तत्काल मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान राशि से पांच हजार रुपए स्वीकृत कर दिए.
मुख्यमंत्री ने सूखाग्रस्त इलाकों में बैंकों द्वारा वसूली किए जाने और वाहन चालकों से पुलिस द्वारा अवैध वसूली किए जाने के आवेदनों पर गहरी नाराजगी जताते हुए जांच के आदेश दिए.
भगौर गांव के अलावा सीएम आदिवासियों से भी मिले. साथ ही उन्होंने गांव नवापाड़ा नवीन, गोपालपुरा, खुटाजा, कल्लीपुरा और गांव अंतरवेलिया के लोगों से भी संवाद किया.
इसके बाद झाबुआ शहर में बस स्टैंड, राजवाड़ा चौक और राजगढ़ नाका पर भी सीएम ने शहरवासियों से सरकारी योजनाओं को लेकर उनसे उनकी राय जानी. जानकारी के अनुसार खाटला बैठक पूरी होने के बाद सीएम सोमवार को झाबुआ के सर्किट हाउस में ही ठहरेंगे. जिसके बाद वो मंगलवार की सुबह 8 बजे भोपाल के लिए वापसी करेंगे.
'भले ही मुझे हरा दिया हो, लेकिन मैं आपका पीछा नहीं छोड़ने वाला'
झाबुआ पहुंच कर सीएम ने रतलाम उपचुनाव में मिली करारी हार के बारे में भी बात की. उन्होंने लोगों से कहा कि, भले ही लोगों ने हमें हरा दिया, लेकिन वे ये नहीं समझें कि मैं उनका पीछा नहीं छोडूंगा.
भले ही मुझे हरा दिया हो, लेकिन मैं आपका पीछा नहीं छोड़ने वाला : शिवराज
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