रायपुर. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सरकार पर विरोधियों का फोन टेप करने का आरोप लगाया है। राजधानी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए बघेल ने कहा कि पुलिस महकमे ने माओवादी गतिविधियों पर नियंत्रण के नाम पर महंगी और अत्याधुनिक मशीनें खरीदी है, जिसका उपयोग आपराधिक जानकारी एकत्रित करने के बजाय विरोधियों की जासूसी के लिए किया जा रहा है।
बघेल ने प्रदेश के जिम्मेदार अधिकारियों और पत्रकारों को भी फोन पर संभलकर बात करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के कर्तव्यनिष्ठ अफसरों और पत्रकारों को फंसाने के लिए भी हथकंडे अपना सकती है।
पटेल भी लगा चुके हैं आरोप
झीरम हमले में शहीद हुए कांग्रेस नेता नंदकुमार पटेल भी फोन टेपिंग का आरोप लगा चुके हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे भी एक बार फोन टेपिंग की शंका जाहिर कर चुके हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने चुनाव आयोग को शिकायतकर इंटरसेप्टर और सर्विलांस उपकरणों को अपने अधीन रखने की मांग की थी। नागरिक आपूर्ति निगम के घोटाले के दौरान जब एसीबी ने कुछ अफसरों पर शिकंजा कसा था, तब यह बात सार्वजनिक की गई थी कि� अंजाम तक पहुंचने के लिए फोन टेपिंग की गई है।
कोर्ट का भी सम्मान नहीं
बघेल ने कहा कि किसी भी मंत्री, अधिकारी अथवा नागरिकों की फोन टेपिंग के लिए सुप्रीम कोर्ट के नियमों का ध्यान रखना होता है। सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि बड़े आपराधिक मामलें में लिप्त और देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने की स्थिति में ही किसी का फोन टेप किया जा सकता है।
लेकिन, राज्य की पुलिस सत्ता के उच्च पदस्थ लोगों के इशारे पर नियम-प्रक्रियाओं का ध्यान रखें बगैर ही फोन टेप कर रही है। बघेल ने कहा कि कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में भी उठाएंगे और सरकार से यह जरूर पूछेंगे कि आखिर उसे विरोधियों से इतना डर क्यों है? बघेल ने कहा कि फोन टेपिंग का खेल लंबे समय से चल रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि किसका फोन टेप करना है और किसका नहीं, यह परम्परा कांग्रेस शासनकाल में रही है। कांग्रेसियों को हमेशा लगता है कि उनका फोन टेप हो रहा है, लेकिन सरकार को इसकी जरूरत नहीं है। बघेल को किसी ने भ्रामक जानकारी दे दी है।
भूपेश ने लगाए आरोप, विपक्षी दलों के फोन टेप करवा रही रमन सरकार
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