ग्वालियर। शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार परीक्षा कराने में पिछड़े जीवाजी यूनिवर्सिटी को अब एमपी ऑनलाइन की व्यवस्थाओं ने झटका दिया है। कुछ छात्रों के नामांकन नंबर जनरेट हो गए हैं तो कुछ छात्र इसके लिए कॉलेज और जेयू के चक्कर काट रहे हैं। नामांकन नंबर के लिए शनिवार को छात्रों और कॉलेज संचालकों का जेयू के कर्मचारियों से विवाद हो गया। हंगामा ज्यादा बढ़ा तो कर्मचारियों ने गेट पर ताला जड़ दिया। आखिर गुना, शिवपुरी, श्योपुर सहित अन्य जिलों से आए छात्रों और कॉलेज संचालकों को निराश ही लौटना पड़ा।

इसलिए जेयू पहुंचे थे छात्र

जेयू ने यूजी की 24 और पीजी प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा 28 नवंबर से कराने की घोषणा की है। शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार यह परीक्षा 17 नवंबर से प्रस्तावित थीं। नामांकन न होने के कारण तारीख बढ़ाना पड़ी है। जेयू ने शनिवार और रविवार की छुट्टी में भी परीक्षा विभाग खोला है। इस कारण नामांकन नंबर लेने कॉलेज संचालक व छात्र जेयू पहुंचे थे।

इसलिए हुआ विवाद

छात्र और कॉलेज संचालकों की पीड़ा थी कि उन्होंने नामांकन के रजिस्ट्रेशन करा लिए, लेकिन अब तक नंबर जनरेट नहीं हुए। इस कारण एमपी ऑनलाइन पर परीक्षा फॉर्म जमा नहीं हो रहे हैं। कर्मचारियों ने कहा कि यह एमपी ऑनलाइन की गलती है, जेयू की नहीं। इस बात पर विवाद हो गया तो छात्रों ने हंगामा कर दिया। आखिर जेयू के कर्मचारियों ने गेट पर ताला लगा दिया।

20 हजार नामांकन नंबर जनरेट होना है

स्नातक और स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में 68 हजार छात्र शामिल होना हैं। इसके लिए 14 नवम्बर तक नामांकन का रजिस्ट्रेशन होना था। पिछली बार रजिस्ट्रेशन करा चुके छात्रों को नामांकन नंबर आवंटित किया जाना हैं, लेकिन अब तक करीब 20 हजार छात्रों को यह नंबर आवंटित नहीं हो सके हैं। इस कारण वे परीक्षा फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। परीक्षा फार्म जमा करने की आखिरी तारीख 18 नवम्बर है।

फिर बढ़ाना पड़ सकती है तारीख

प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा 24 से प्रस्तावित है, लेकिन वर्तमान व्यवस्थाओं को देखते हुए समय पर परीक्षा होना संभव नहीं जान पड़ रहा। अभी नामांकन नंबर जनरेट नहीं हुए हैं। आधे से अधिक छात्रों के परीक्षा फॉर्म भी जेयू को प्राप्त नहीं हुए हैं। प्रैक्टिकल और सीसीई के अंक भी कॉलेजों ने जमा नहीं किए हैं। परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण भी नहीं हो सका है। ऐसी परिस्थितियों में यदि परीक्षा कराई जाती है तो काफी अफरा-तफरी रहेगी।

इनका कहना है

नामांकन नंबर एमपी ऑनलाइन से जनरेट होना हैं। एमपी ऑनलाइन के अधिकारियों से सोमवार को चर्चा के बाद ही पता चलेगा कि कितने छात्रों के नंबर जनरेट नहीं हुए हैं।