इस्लामाबाद: पाकिस्तान में उच्च सुरक्षा वाले सचिवालय के द्वार तोड़ कर जबरदस्ती अंदर प्रवेश कर गए सरकार विरोधी सैकड़ों प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच सुबह फिर झड़पें हुईं। इससे पहले सेना ने सभी दलों से राजनीतिक संकट का शांतिपूर्वक हल निकालने के लिए कहा था।
रात भर बारिश होने की वजह से स्थिति शांत रही लेकिन सुबह हाथों में लाठियां लिए प्रदर्शनकारियों ने सचिवालय की इमारत में न घुसने के सेना के आदेश की अवज्ञा करते हुए इसके द्वार तोड़ दिए और परिसर में घुस गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के लिए रबर की गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले छोड़े। लेकिन वह नाकाम रही। प्रदर्शनकारियों ने सचिवालय के कर्मचारियों के वाहनों को नुकसान पहुंचाया। बीती रात सेना के कोर कमांडरों ने एक आपात बैठक बुलाई और देश में व्याप्त राजनीतिक संकट को लेकर गंभीर चिंता जताई।
देश में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार असहाय अवस्था में है क्योंकि पाकिस्तान तहरीक ए इन्साफ के अध्यक्ष इमरान खान और पाकिस्तान अवामी तहरीक के प्रमुख ताहिर उल कादरी शरीफ के इस्तीफे की मांग को लेकर समर्थकों के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। जनरलों ने कहा कि समय व्यर्थ गंवाए बिना और हिंसक तरीकों के बिना स्थिति का राजनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए। ब्रिटेन से वर्ष 1947 में आजाद होने के बाद से अब तक पाकिस्तान में आधे से ज्यादा समय तक सेना का शासन रहा है।
पिछले 48 घंटे के दौरान उच्च सुरक्षा वाले रेड जोन में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान हुए खूनी संघर्ष में 3 लोग मारे गए और 550 से अधिक घायल हो गए। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आधिकारिक आवास ‘पीमए हाउस’ के आगे पहुंचने के लिए शनिवार की रात से खान और कादरी के समर्थकों का पुलिस से संघर्ष हो रहा है।
संघर्ष तब शुरू हुआ जब संसद भवन के बाहर मौजूद समर्थकों से खान और कादरी ने शनिवार की रात को पीएम हाउस के लॉन में प्रदर्शन करने को कहा। बीती रात प्रदर्शनकारियों का पुलिस के साथ टकराव होता रहा लेकिन तेज बारिश होने के कारण प्रदर्शनकारियों ने पथराव बंद कर दिया। आज सुबह बारिश बंद होने के बाद संघर्ष फिर शुरू हो गया। संघर्ष में दर्जनों पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इमरान खान के खिलाफ हिंसा को उकसाने, तथा सुरक्षा बलों और संसद पर हमला करने के लिए उकसाने के आरोप में एक मामला दर्ज किया गया है। इमरान खान ने इस आरोप का खंडन किया है।
खान और कादरी ने सरकारी वार्ताकारों के साथ बातचीत, पिछले सप्ताह पांचवे दौर की वार्ता में कोई नतीजा न निकलने के बाद बंद कर दी। इमरान खान चाहते हैं कि पीएमएल-एन सरकार इस्तीफा दे। वह शरीफ पर पिछले साल हुए चुनाव में धांधली करने का आरोप लगा रहे हैं। इन चुनावों में खान की पार्टी हार गई थी। कादरी देश में क्रांति लाना चाहते हैं। दोनों नेता 14 अगस्त से आंदोलन कर रहे हैं।