वॉशिंगटन। अमेरिका ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट कर दिया कि उसे बिना किसी भेदभाव के सभी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और साथ ही उसने भारत-पाकिस्तान शांति वार्ता प्रक्रिया में अपनी किसी भूमिका से साफ इंकार करते हुए कहा कि जब तक दोनों देश मिलकर इसके लिए नहीं कहेंगे, तब तक अमेरिका की कोई भूमिका नहीं होगी।
अमेरिका ने राष्ट्रपति बराक ओबामा और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच गुरुवार को कई मामलों पर हुई चर्चा के बाद यह बात कही।

इसके अलावा अमेरिका ने भारत जैसा परमाणु समझौता किए जाने के संबंध में पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार की वार्ता करने से स्पष्ट रूप से इंकार करते हुए अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों को पूरी तरह गलत करार दिया है।

व्हाइट हाउस के प्रेस उपसचिव एरिक शुल्ज ने वार्ता के बाद पाकिस्तान की आतंकवादी संगठनों के बीच भेदभाव नहीं करने की राष्ट्रीय कार्य नीति संबंधी प्रतिबद्धता का स्वागत किया और कहा कि हम इस बात को लेकर पाकिस्तान सरकार के सामने बहुत स्पष्ट रहे हैं कि इस प्रतिबद्धता के क्रियान्वयन के लिए पाकिस्तान को सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई करनी होगी।