नई दिल्ली । सहारा समूह के विदेश में तीन होटलों की बिक्री और एंबी वैली की कुछ संपत्ति का प्रस्तावित सौदा खटाई में पड़ गया है। ब्रुनेई के सुल्तान के इस सौदे की वार्ता से पीछे हटने के बाद अब इन संपत्तियों को बेचने की संभावनाएं फिलहाल धूमिल हो गई हैं।

सहारा प्रमुख सुब्रत राय को इन संपत्तियों को बेचकर तिहाड़ जेल से रिहाई के लिए जमानत राशि का इंतजाम करना है। निवेशकों के पैसे नहीं लौटाने के चलते चार मार्च से जेल में बंद सुब्रत राय को जमानत पर रिहा करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये जमा कराने की शर्त लगाई है। इसमें से 5,000 करोड़ रुपये नकद और इतनी ही राशि की बैंक गारंटी पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास जमा करानी है।

माना जा रहा है इन संपत्तियों के सौदे में ब्रुनेई के सुल्तान के शामिल होने की खबरें सार्वजनिक होने के बाद ही अमेरिका में न्यूयॉर्क प्लाजा होटल की बिक्री को लेकर विरोध होने लगा था। वहां समलैंगिंक कानून के समर्थकों ने इस होटल को सुल्तान द्वारा खरीदने के प्रस्ताव का विरोध किया। इसकी वजह ब्रुनेई में लागू समलैंगिक विरोधी कानून के अमल को बताया जा रहा है।

सूत्र बताते हैं कि तीन होटल की बिक्री और एंबी वैली की एक प्रॉपर्टी को गिरवी रखने के सौदे पर सहारा समूह और ब्रुनेई के सुल्तान की बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी थी। इसके लिए प्रस्तावित कीमत पर भी लगभग सहमति बन गई थी। लेकिन सुल्तान के इस तरह बीच में पीछे हट जाने की वजह से सहारा समूह के संपत्ति बेचने के प्रयासों को झटका लगा है। इस बारे में सहारा समूह से पूछे जाने पर कंपनी के प्रवक्ता ने केवल इतना ही कहा, 'मौजूदा स्थिति से भ्रम के हालात पैदा हो गए हैं।'

सहारा समूह को हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने संपत्तियों की बिक्री की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए अतिरिक्त समय भी दिया था। सहारा ने न्यूयॉर्क के न्यूयार्क प्लाजा व ड्रीम डाउनटाउन होटल और लंदन के ग्रोसवेनोर होटल के साथ एंबी वैली की एक संपत्ति की कांबो डील का ऑफर ब्रुनेई के सुल्तान को दिया था। संपत्तियों की बिक्री की बातचीत के लिए सहारा प्रमुख सुब्रत राय को तिहाड़ जेल में विशेष सुविधाएं प्रदान की गई हैं। इसके लिए उन्हें जेल की बैरक से अलग कॉन्फ्रेंस हॉल में शिफ्ट किया गया है। वहीं पर इन सौदों की बातचीत संपन्न हो रही है।