वाशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर को देखते हुए यह अनुमान लगाया है कि पिछले वर्ष यह 7.5 प्रतिशत रहने वाली है। जबकि साथ ही यह भी कहा है कि इस आलोच्य अवधि में चीन की वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रह सकती है। भारत में वृद्धि को देखते हुए ढ्ढरूस्न का यह मानना है कि अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में भारत की आर्थिक वृद्धि दर अधिक बनी रहेगी।
आईएमएफ की रिपोर्ट से यह बात भी सामने आई है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर का पिछले साल की 7.3 प्रतिशत से मजबूत होकर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। बताया जा रहा है कि भारत में हाल ही में नीतिगत सुधार देखने को मिला है साथ ही निवेश में भी काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और इसके साथ ही इस बात से भी अवगत करवा दे कि जींस की कीमतों में भी नरमी है जिसका फायदा वृद्धि दर को होने वाला है।
वही बात करें चीन की तो यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह जहाँ इस साल 6.8 प्रतिशत है वहीँ यह 2016 में 6.3 प्रतिशत हो जाना है। आईएमएफ ने साथ ही यह भी कहा है कि इस साल वैश्विक वृद्धि दर 3.1 प्रतिशत रहने वाली है जोकि पिछले साल की अपेक्षा 0.3 प्रतिशत कम बताई जा रही है। इसके साथ ही आईएमएफ की रिपोर्ट से यह बात भी पता चला है कि 2015 के दौरान भारत में मुद्रास्फीति और भी घट सकती है जिससे की वैश्विक तेल तथा कृषि जिंस कीमतों में गिरावट आने की सम्भावना है।
सूत्रों का इस मामले में यह कहना है कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक वृद्धि दर मजबूत बने रहने के अनुमान लगाये जा रहे है। जहाँ यह बात सामने आ रही है कि यूरो क्षेत्र में वृद्धि में सुधार व्यापक ही रहने का अनुमान है वहीँ यह कहा जा रहा है कि अमेरिका व कैरेबियाई क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों के फिर से तेजी में आने की उम्मीद है।
संसार की सबसे तेजी आर्थिक वृद्धि दर में मजबूत बना रहेगा भारत: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष
← पिछली खबर
आपके विचार
पाठको की राय