नई दिल्ली : इस समय सभी की निगाह रिजर्व बैंक की 29 सितंबर को होन वाली मौद्रिक नीति की समीक्षा पर है। शेयर बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा व्यापक आधार पर इससे तय होगी कि रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन मौद्रिक समीक्षा में क्या रख अपनाते हैं।

इसके अलावा विदेशी निवेशकों का रख और डॉलर के मुकाबले रपये का उतार चढ़ाव छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्र वाले सप्ताह में शेयर बाजार की दिशा निर्धारित करेगा। वाहन कंपनियों के मासिक बिक्री आंकड़े गुरुवार से आने शुरू होंगे। ऐसे में इनसे भी बाजार पर असर होगा।

रेलिगेयर सिक्योरिटीज लिमिटेड के खुदरा वितरण विभाग के अध्यक्ष जयंत मांगलिक ने कहा, 'सभी की निगाहें भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक के नतीजे पर टिकी हैं जो मंगलवार को होनी है। इस बार अधिकांश भागीदारों को नीतिगत दरों में चौथाई प्रतिशत की कटौती किये जाने की उम्मीद है।'

कैपिटल वाया ग्लोबल रिसर्च के सीएमटी शोध निदेशक विवेक गुप्ता ने कहा, 'रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की समीक्षा के नतीजे, व्यापक आर्थिक आंकड़े, वैश्विक बाजार के रख, विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश का रूख, डॉलर के मुकाबले रूपये का उतार चढ़ाव और कच्चे तेल की कीमतें निकट भविष्य में बाजार की दिशा निर्धारित करेंगे। इसके अलावा एक अक्तूबर 2015 से आटो कंपनियों के बिक्री के आंकड़ों की घोषणा की जायेगी।'

साप्ताहिक आधार पर बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 355.41 अंक अथवा 1.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,863.50 अंक पर बंद हुआ। शुक्रवार को ‘बकरीद’ के कारण बाजार बंद रहे। रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख हितेश अग्रवाल ने कहा, '29 सितंबर को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक अगला घरेलू आयोजन है जिसपर बाजार के निवेशकों की नजर होगी और यह कम से कम नीति की घोषणा के दिन तक बाजार की धारणा को निर्धारित करते रहेंगे।' इस बीच, शुक्रवार को गांधी जयंती पर बाजार में अवकाश रहेगा।